Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर देश में भय और नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि भारत भाईचारे, एकता और सम्मान के भाव में यकीन रखता है. इसी कारण ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सफल हो रही है. राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के पंजाब चरण की शुरुआत से पहले यहां सरहिंद में लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही.


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पंजाब में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करने से पहले बुधवार को सुबह गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में मत्था टेका. बाद में वह रौजा शरीफ दरगाह भी गए. इस दौरान राहुल गांधी पगड़ी और आधी बाजू की टी-शर्ट पहने नजर आए. राहुल ने कहा, ‘‘ देश में नफरत का माहौल बना दिया गया है. बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लोग देश को बांट रहे हैं. ये लोग एक धर्म को दूसरे धर्म के खिलाफ, एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ, एक भाषा को दूसरी भाषा के खिलाफ खड़ा करने का काम कर रहे हैं. ....और इन्होंने देश का माहौल खराब कर दिया है. इसलिए हमने सोचा कि देश को एक और रास्ता दिखाने की जरूरत है, जो प्रेम, एकता और भाईचारे का हो, इसलिए हमने यह यात्रा शुरू की है. ’’


किसानों, मजदूरों, बेरोजगारों से बहुत कुछ सीखा- राहुल गांधी


राहुल गांधी ने मीडिया को अपना ‘मित्र’ बताते हुए कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा चौबीसों घंटे दिखा रहा है और बेरोजगारी या महंगाई जैसे मुद्दों को नहीं उठा रहा है. कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को जबरदस्त जन समर्थन और प्रतिक्रिया मिली है और यह एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के साथ और भी बेहतर हुई है.


राहुल ने कहा, ‘‘इसकी एक वजह है-- जो नफरत, डर और हिंसा बीजेपी के लोगों द्वारा फैलाई जा रही है, यह न तो देश की रीत है और न ही हमारा ऐसा इतिहास रहा है. यह देश भाईचारे, एकता और एक-दूसरे के प्रति सम्मान की भावना में विश्वास रखने वाला देश है. और इसीलिए यह यात्रा सफल हो रही है.’’ राहुल गांधी ने कहा कि इस यात्रा के दौरान उन्होंने किसानों, छोटे दुकानदारों, मजदूरों और बेरोजगार युवाओं से बात करके बहुत कुछ सीखा.


देश में सबसे बड़े मुद्दे नफरत, हिंसा, बेरोजगारी और महंगाई हैं- राहुल गांधी


राहुल आगे बोले, ‘‘हम रोजाना करीब 25 किलोमीटर पैदल चलते हैं. इस यात्रा की भावना लोगों की समस्याओं और उनकी चिंताओं को सुनना है.’’ उन्होंने कहा कि देश में सबसे बड़े मुद्दे नफरत, हिंसा, बेरोजगारी और महंगाई हैं, 'भारत जोड़ो यात्रा' इन मुद्दों को उठाने और उनके खिलाफ लड़ने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस नेता ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ आपने हमें अपनी ताकत दी और हम राज्य में अगले 10 दिनों तक आपसे बातचीत करेंगे. ’’


देश के लिए है ये यात्रा- पंजाब इकाई के प्रमुख


कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने कहा कि यह यात्रा कांग्रेस पार्टी के लिए नहीं, बल्कि देश के लिए है. वारिंग ने कहा, ‘‘यह यात्रा देश के संविधान को बचाने और भाईचारे का संदेश देने के लिए निकाली जा रही है.’’ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने लोगों से बड़ी संख्या में इस यात्रा में हिस्सा लेने का आग्रह किया. 


'जनांदोलन' में बदल गई ये यात्रा


हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उम्मीद जताई कि इस पैदल मार्च को पंजाब में भारी समर्थन मिलेगा. हुड्डा ने कहा, ‘‘राहुल गांधी द्वारा शुरू की गई यह जनचेतना किसानों, मजदूरों, व्यापारियों और कर्मचारियों सहित हर वर्ग के लोगों के लिए है. यह अब 'जनांदोलन' में बदल गया है.’’ हुड्डा ने कहा कि गांधी देश में किसानों, मजदूरों और व्यापारियों की आवाज बन चुके हैं. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ इस चरण में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, कांग्रेस की हरियाणा इकाई के प्रमुख भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी सहित कई अन्य नेता भी शामिल हुए.


19 जनवरी को पठानकोट में रैली


कड़ाके की ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता भारत जोड़ो यात्रा में हिस्सा लेने के लिए एकत्र हुए हैं. बाद में यात्रा सरहिंद की नयी दाना मंडी से शुरू हुई. यह यात्रा मंडी गोबिंदगढ़ में विश्राम करेगी और अपराह्न 3:30 बजे फिर से शुरू होगी. यात्रा लुधियाना के निकट बरमालीपुर खेल मैदान में रात्रि विश्राम करेगी. यात्रा के पंजाब-चरण के कार्यक्रम के अनुसार, यह फतेहगढ़ साहिब में सरहिंद से शुरू होकर मंडी गोबिंदगढ़, खन्ना, साहनेवाल, लुधियाना, गोराया, फगवाड़ा, जालंधर, दसुआ और मुकेरियां से होते हुए आगे बढ़ेगी.


यात्रा के जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने से पहले, 19 जनवरी को पठानकोट में पार्टी की एक रैली होगी. गांधी सुबह और शाम तीन-तीन घंटे पैदल चलकर 25 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे. तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई यात्रा 30 जनवरी तक श्रीनगर में पहुंचने पर समाप्त होगी, जहां गांधी जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. यह पदयात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा से होकर गुजर चुकी है.


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