Sher e Kashmir Stadium: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए सोमवार (30 जनवरी) को समाप्त हो गई. तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कन्याकुमारी (Kanyakumari) से शुरू हुई ये यात्रा 12 राज्यों से होते हुए जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के श्रीनगर में खत्म हो गई. श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम (Sher e Kashmir Stadium) में भारी बर्फबारी के बीच आधिकारिक तौर पर भारत जोड़ो यात्रा का समापन समारोह आयोजित हुआ.
काफी दर्द सहना पड़ा...
भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह के दौरान सांसद राहुल गांधी ने इस यात्रा में आने वाली कठिनाईयों के बारे में बताया. राहुल ने कहा, " मैं बचपन में लगी घुटने की चोट को भूल गया था, लेकिन कन्याकुमारी से यात्रा शुरू करने के 5-7 दिन बाद ये दर्द जबरदस्त बढ़ गया. मुझे लगने लगा कि क्या मैं इतनी लंबी यात्रा पर पैदल चल पाऊंगा या नहीं." राहुल ने आगे कहा, "आखिरकार मैंने ये काम (यात्रा) पूरा कर दिया."
बच्चों को लगाया गले
राहुल गांधी ने इस यात्रा से जुड़ा हुआ एक दिलचस्प वाकया सुनाया, जिसकी वजह से राहुल गांधी की मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक चर्चा होती रही. उन्होंने दो भीख मांगने वाले बच्चों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि ये दोनों बच्चे सर्दियों में उनके पास आए थे. जब उन्होंने देखा उनके शरीर पर कपड़े नहीं थे. उनको ठंड भी लग रही थी, वो कांप रहे थे. मैंने उन बच्चों को घुटनों पर बैठकर गले लगाया और तभी मैंने तय किया कि जब इन बच्चों के पास पहनने के लिए जैकेट नहीं है तो मुझे भी नहीं पहनना चाहिए.
राहुल गांधी ने कहा कि एक छोटी लड़की मुझे यात्रा के दौरान मिली. उसने लिखा कि मुझे पता है कि आपके घुटने में दर्द है, क्योंकि जब आप उस पैर पर दबाव देते हैं, तो वो आपके चेहरे पर दिखता है. मैं आपके साथ नहीं चल सकी, लेकिन मैं दिल से आपके बगल में चलूंगी. मैं जानती हूं कि आप हम सभी के लिए चल रहे है, उसी दिन से मेरा दर्द गायब हो गया. उन्होंने एक वाकए का जिक्र करते हुए महिलाओं की दास्तान भी सुनाई.