Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस (Congress) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के केरल (Keral) में प्रवेश के साथ ही राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी सीपीआई (एम) ने ट्वीट करके कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर एक कार्टून के जरिए बड़ा हमला बोला है. जिसके बाद कांग्रेस ने भी पूरी ताकत के साथ सीपीआई (एम) पर पलटवार किया.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने सीपीआई (एम) के इस ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा कि यात्रा की योजना कैसे और क्यों बनाई गई इस पर अपना होमवर्क बेहतर तरीके से करें. जयराम रमेश ने आगे कहा कि मुंडूमोदी की धरती पर बीजेपी की 'ए' टीम से ऐसी आलोचना सही नहीं लगती है.
'भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है कांग्रेस'
राहुल गांधी ने इन दिनों कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली हुई है. यह पदयात्रा तमिलनाडु से निकलकर इस समय केरल पहुंच चुकी है जहां पर सीपीआई (एम) की सरकार है. कांग्रेस की इस राजनीतिक यात्रा से असहज सीपीआई (एम) ने ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है.
क्यों कांग्रेस के बिना मुमकिन नहीं विपक्षी एकता?
वहीं कांग्रेस अपनी भारत जोड़ो यात्रा को लेकर काफी आक्रामक है. कांग्रेस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उसकी मजबूती विपक्षी एकजुटता का स्तंभ है और उसके मजबूत हुए बिना विपक्षी एकता मुमकिन नहीं है.
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि ‘भारत जोड़ो’यात्रा विपक्ष की एकजुटता के लिए नहीं, बल्कि कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मुझे खुशी है कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद यह हाथी (कांग्रेस) जग गया है, हाथी चल रहा है. सभी पार्टियां इस ओर देख रही हैं कि कांग्रेस क्या कर रही है.
कितनी दूरी तय कर चुकी है भारत जोड़ो यात्रा?
रमेश ने कहा कि विपक्ष की एकता तभी मुमकिन होगी जब कांग्रेस मजबूत होगी. विपक्ष की एकता का मतलब ये नहीं हो सकता है कि कांग्रेस कमजोर हो जाए. यह यात्रा विपक्षी एकता के लिए नहीं बल्कि कांग्रेस को मजबूत करने के लिए है. हमारी प्राथमिकता कांग्रेस को मजबूत और प्रभावशाली बनाने की है.
जयराम रमेश (Jai Ram Ramesh) ने यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह यात्रा सोमवार को 102 किलोमीटर की दूरी तय कर लेगी. इस यात्रा की औपचारिक शुरुआत सात सितंबर को कन्याकुमारी से हुई थी और पदयात्रा आठ सितंबर से शुरू हुई थी.