Bharat Jodo Yatra: महात्मा गांधी, नेहरू, पटेल और इंदिरा गांधी का जिक्र कर राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं को दी ये 3 सलाह
Rahul Gandhi: भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राजस्थान के सवाई माधोपुर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनकी तुलना महात्मा गांधी से नहीं करने की हिदायत दी है.
Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के दौरान सवाई माधोपुर में उनकी तुलना महात्मा गांधी से (Mahatma gandhi) से करने पर आपत्ति जताई. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को हिदायत देते हुए कहा कि उनकी तुलना किसी अन्य महान नेताओं से नहीं की जानी चाहिए. उन्होंने अपने पार्टी नेताओं को इस मामले में तीन सुझाव दिए हैं.
राहुल गांधी ने पहला सुझाव देते हुए कहा, ''मेरा नाम गांधी जी के साथ मत लीजिए. डोटासराजी (गोविंद सिंह डोटासरा) ने मेरी तुलना महात्मा गांधी से की है. बापू नेक इंसान थे और उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के लिए अपना पूरा जीवन कुर्बान कर दिया. वह 10-12 साल जेल में रहे, उनके पद को कोई भी नहीं ले सकता है और उनकी तुलना किसी भी व्यक्ति से नहीं की जानी चाहिए. उनके साथ मेरा नाम नहीं लिया जा सकता है.''
हमें अतीत में नहीं ठहरना है! वर्तमान को समझना है और देश का भविष्य संवारना है। pic.twitter.com/ejyeT7h2zy
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 15, 2022
क्या है राहुल गांधी की दूसरी सलाह?
राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दूसरी सलाह देते हुए कहा कि मैं दूसरी बात जो कहना चाहता हूं वह थोड़ी सी कठिन है. उन्होंने कहा कि इस देश के लिए राजीव गांधी ने जो किया, इंदिरा गांधी ने जो किया, सरदार पटेल ने जो किया, गांधी जी ने जो किया, जवाहर लाल नेहरू ने जो किया उसका जिक्र हर मीटिंग सभा में नहीं करना चाहिए.
क्या है राहुल गांधी की तीसरी सलाह?
राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ता को तीसरी सलाह देते हुए कहा कि उन्हें जो करना था, वो कर दिया. मगर हमें ये बताना चाहिए कि हम जनता के लिए क्या करने जा रहे हैं.
आर्थिक मोर्चे पर केंद्र सरकार को घेरा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने शुरुआती भाषण में केंद्र सरकार को आर्थिक मोर्चे पर घेरते हुए 'गलत' जीएसटी, नोटबंदी के लिए बीजेपी सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि भारत की आधी दौलत 100 लोगों के हाथों में है और ये 100 लोग ही देश चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन 100 लोगों में से 4 से 5 ऐसे हैं जिनको महाराजा कहा जा सकता है क्योंकि देश की हर संस्था उनके लिए ही काम करती है. उन्होंने कहा कि खुद प्रधानमंत्री मोदी उनके लिए काम करते हैं.