Bharat Jodo Yatra Controversy: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में पार्टी की 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) जारी है. करीब 150 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा का मंगलवार को सातवां दिन है. कांग्रेस (Congress) की इस यात्रा को लेकर एक के बाद एक विवाद इससे जुड़ते जा रहे हैं. इसने बीजेपी (BJP) को कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला करने का मौका दे दिया है. अब इस लिस्ट में एक और नया विवाद जुड़ गया है.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (National Commission for Protection of Child Rights) ने केंद्रीय चुनाव आयोग (Central Election Commission) को चिट्ठी लिखकर शिकायत की है कि राहुल गांधी और उनकी संस्था 'जवाहर बाल मंच' भारत जोड़ो यात्रा के दौरान नाबालिग बच्चों को अपने राजनीतिक मकसद के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. लिहाज़ा इस मामले में कांग्रेस पार्टी और जिन लोगों का नाम शिकायत दर्ज है उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए.
राहुल गांधी और कांग्रेस पर आरोप
बता दें कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने केंद्रीय चुनाव आयोग के नाम एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें आयोग ने राहुल गांधी और उनकी पार्टी कांग्रेस के एक विभाग जवाहर बाल मंच पर अपने राजनीतिक फायदे के लिए बच्चों को सियासी गतिविधियों में शामिल करने का आरोप लगाया गया है. आयोग ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने 7 सितंबर को देशव्यापी राजनीतिक कैंपेन की शुरुआत की.
कांग्रेस के इस कैंपेन के दौरान सोशल मीडिया पर ऐसी बहुत सी तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं जहां पर राजनीतिक एजेंडा के तहत बच्चों को टारगेट कर 'भारत जोड़ो बच्चे जोड़ों' सलोगन के अंतर्गत उनके इस अभियान में शामिल किया जा रहा है. आयोग ने आरोप लगाया कि बच्चों को कांग्रेस के इस अभियान के दौरान हाथों में पार्टी का झंडा लिए और नारे लगाते हुए भी देखा जा सकता है.
भारत जोड़ो बच्चे जोड़ो अभियान का मकसद
आरोप है कि भारत जोड़ो बच्चे जोड़ो अभियान का कांग्रेस और इसके राजनीतिक कैंपेन का ही एक अंग है. राहुल गांधी अपनी इस यात्रा के दौरान स्कूलों का दौरा कर रहे हैं और छोटे बच्चों को जवाहर बाल मंज के जरिए राजनीतिक कैंपेन में भाग लेने के लिए कह रहे हैं. शिकायत में कहा गया है कि कांग्रेस की ऑफिशियल वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, जवाहर बाल मंच पार्टी का एक विभाग है जिसका उद्देश्य 7 से 18 साल के बच्चों टारगेट करना और जिसको संरक्षक सदस्यता अभियान उन्हें पार्टी से जोड़ना है. शिकायत में बताया गया है कि इस कैंपेन को 18 दिसंबर 2021 को लॉन्च किया गया था.
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