(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bharat Jodo Yatra: नाव चलाते नजर आए राहुल गांधी, आप भी देखें पतवार की स्पीड
Rahul Gandhi Boat: कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो य़ात्रा के बीच अलाप्पुझा के पुन्नमदा झील में 'स्नेक बोट रेस' में भाग लिया.
Congress Bharat Jodo Yatra: भारत जोड़ो यात्रा के दौरान केरल के चेरिया कालावुर में स्थानीय नाविकों के साथ राहुल गांधी नाव चलाते नजर आए. यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनीवास बीवी ने वीडियो शेयर करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने बोट रेस में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा, ''लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती.''
इससे पहले राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के 12वें दिन की शुरुआत करने से पहले सोमवार तड़के वडकल समुद्र तट पर मछुआरा समुदाय से बातचीत की. इस दौरान ईंधन के बढ़ते दामों, सब्सिडी में कटौती, कम होते मत्स्य भंडार और पर्यावरण को हो रहे नुकसान सहित विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा की.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘राहुल गांधी ने ईंधन की बढ़ती कीमतों, सब्सिडी में कटौती, कम होते मत्स्य भंडार, पेंशन न मिलने, शिक्षा के अपर्याप्त अवसरों और पर्यावरण को हो रहे नुकसान संबंधी चुनौतियों पर सुबह छह बजे आलप्पुझा के वडकल समुद्र तट पर मछुआरा समुदाय से बातचीत की.’’‘भारत जोड़ो यात्रा’
लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती,
— Srinivas BV (@srinivasiyc) September 19, 2022
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती#BharatJodaYatra के दौरान जब श्री @RahulGandhi ने लिया Boat Race में हिस्सा.. pic.twitter.com/fnyQmPGSoy
भारत जोड़ो यात्रा कब शुरू हुई?
सोमवार को पुन्नपरा से शुरू हुई और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. मुरलीधरन, के. सुरेश, रमेश चेन्नीथला, के. सी. वेणुगोपाल और केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन भी गांधी के साथ पदयात्रा में मौजूद रहे.यह यात्रा करीब 16 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद कलावूर पहुंचेगी. वहां से शाम करीब साढ़े चार बजे फिर यात्रा शुरू की जाएगी और करीब नौ किलोमीटर के बाद चेरथला के समीप मयिथरा में रुकेगी.
कांग्रेस की 3,570 किलोमीटर और 150 दिन लंबी पदयात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी, जो जम्मू-कश्मीर में सम्पन्न होगी. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 10 सितंबर की शाम को केरल पहुंची थी और यह एक अक्टूबर को कर्नाटक पहुंचने से पहले 19 दिनों में केरल के सात जिलों से गुजरते हुए 450 किलोमीटर की दूरी तय करेगी.
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