Congress Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी की ओर से निकाली गई ‘भारत जोड़ो’ यात्रा (Bharat Jodo Yatra) एक अलग कवायद है, लेकिन इससे विपक्षी एकजुटता में मदद मिलेगी. कन्याकुमारी से शुरू की गई अपनी पदयात्रा के दूसरे दिन उन्होंने मीडिया से बातचीत में यह दावा भी किया कि उनकी इस यात्रा का मकसद लोगों को यह बताना है कि भारत बदल गया है और देश के संस्थागत ढांचे पर कब्जा कर लिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि देश में एक नजरिये को थोपा जा रहा है.


विपक्षी एकजुटता को मिलेगा बल


राहुल गांधी ने अपनी यात्रा के दूसरे दिन कहा कि उनकी इस यात्रा से विपक्षी एकजुटता को बल मिलेगा और इस यात्रा से विपक्ष को साथ लाने में मदद मिलेगी, लेकिन यह यात्रा एक अलग कवायद है. उन्होंने कहा कि यह विपक्षी दलों की जिम्मेदारी है कि वे साथ आएं. राहुल गांधी ने कहा कि यह हर राजनीतिक दल की भूमिका है. सिर्फ कांग्रेस ही एकमात्र पार्टी नहीं है. इसमें हर पार्टी की भूमिका है और इसको लेकर बातचीत चल रही है.


ममता के बयान से कांग्रेस को झटका


कांग्रेस ने जनसमर्थन जुटाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा शुरू की है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस यात्रा के जरिए विपक्ष को एकजुट करने की बात कह रहे हैं. वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विपक्षी एकता को लेकर बड़ा सियासी दांव खेलने की तैयारी में हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि नीतीश कुमार, हेमंत सोरेन और अखिलेश यादव के साथ मिलकर मोर्चा बनाएंगे और 2024 में बीजेपी को हराएंगे, लेकिन उन्होंने कांग्रेस और लेफ्ट को साथ लेने का जिक्र नहीं किया. ममता के इस बयान से साफ जाहिर होता है कि वह और उनकी पार्टी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में भाग नहीं लेगी. 


क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने में लगे नीतीश


वहीं, दूसरी तरफ नीतीश कुमार ने चार दिन पहले अपने दिल्ली दौरे के दौरान राहुल गांधी से मुलाकात की. इन दोनों नेताओं के बीच 2024 के चुनावों की रणनीति पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने समान विचारधारा वाली पार्टियों को साथ लाने की संभावना पर चर्चा की. बता दें कि नीतीश कुमार ने अपने दिल्ली दौरे के दौरान कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से मुलाकात की और उन्हें बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की सलाह दी. 


शरद पवार ने नीतीश का किया समर्थन


नीतीश कुमार ने इस दौरान एनसीपी प्रमुख शरद पवार से भी मुलाकात की और विपक्षी गठबंधन की रूपरेखा पर विचार-विमर्श किया. उन्होंने कहा कि हम दोनों विपक्षी ताकतों को एकजुट करना चाहते हैं, जो BJP के साथ नहीं है. गठबंधन के नेता का फैसला बाद में किया जा सकता है. पहले एक साथ आना जरूरी है.


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