Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी बोले, '...सिंहासन तक लेकर दिल्ली आ गए हम', कोविड वाली चिट्ठी पर भी दिया रिएक्शन
Bharat Jodo Yatra: चीन, अमेरिका सहित कई देशों में बढ़ते कोरोना के बीच भारत जोड़ो यात्रा को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.
Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के भारत जोड़ो यात्रा को लेकर लिखे गए लेटर पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. साथ ही आरोप लगाया कि बीजेपी उन्हें बदनाम करने के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च कर रही है. राहुल गांधी ने फरीदाबाद में शुक्रवार (23 दिसंबर) को कहा, ''पिछले 7-8 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हजारों करोड़ रुपए मुझे और कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने में लगा दिए. भारतीय जनता पार्टी (BJP) जितनी चाहे उतनी सार्वजनिक बैठकें करा सकती है, लेकिन जहां भारत जोड़ो यात्रा चल रही है वहां कोविड है.''
उन्होंने एक ट्वीट भी किया, ''महंगाई हटाओ. बेरोजगारी मिटाओ. नफरत मत फैलाओ- हिंदुस्तान की ये आवाज ‘राजा’ के सिंहासन तक लेकर, दिल्ली आ गए हम. आइये, इसे और बुलंद करने के लिए, हमसे राजधानी में जुड़िए."
मामला क्या है?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेटर लिखा था कि कोरोना से बचाव से जुड़े नियमों का भारत जोड़ो यात्रा में पालन हो. यह भी लिखा कि अगर मुमकिन हो तो यात्रा स्थगित हो. इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई. चिट्ठी पर अशोक गहलोत ने कहा था कि पीएम मोदी को भी पत्र लिखिए.
महंगाई हटाओ। बेरोज़गारी मिटाओ। नफ़रत मत फैलाओ - हिंदुस्तान की ये आवाज़ ‘राजा’ के सिंघासन तक ले कर, दिल्ली आ गए हम।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 23, 2022
आइये, इसे और बुलंद करने के लिए, हमसे राजधानी में जुड़िए। pic.twitter.com/XSGlmO5iHL
'सरकार अंबानी-अडानी की है'
राहुल गांधी ने साथ ही कहा कि मैंने हजारों युवाओं से बात की और उन्होंने बताया कि वह इंजीनियर, डॉक्टर और आईएएस बनना चाहते हैं. मैंने पूछा कि अब क्या कर रहे हो? तो वह बोलते हैं कि पकोड़े तल रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे एक लगाम लगी है. सरकार नरेंद्र मोदी नहीं बल्कि अंबानी-अडानी की है. आगे उन्होंने कहा कि वो (BJP) नफरत फैलाते हैं. हम मोहब्बत फैलाते हैं. वो हिंसा फैलाते हैं. हम अहिंसा फैलाते हैं. वो डरते हैं. हम नहीं डरते हैं.