Bharat Mukti Morcha: नागपुर (Nagpur) में भारत मुक्ति मोर्चा (Bharat Mukti Morcha) ने आरएसएस (RSS) के मुख्यालय को घेरने की कोशिश की है. इस मामले को लेकर पुलिस ने 200 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है. नागपुर से इंदोरा इलाके में पुलिस ने भारत मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं की धरपकड़ की. वामन मेश्राम (Vaman Meshram) की अध्यक्षता वाले भारत मुक्ति मोर्चा ने 6 अक्टूबर को नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय पर मोर्चा ले जाने की चेतावनी दी थी.


भारत मुक्ति मोर्चा का कहना है कि संघ संविधान विरोधी है और संविधान की रक्षा के लिए मूल निवासियों के मूलभूत अधिकारों को बचाने के लिए नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय पर जाकर आंदोलन करना और चेताना जरूरी है. नागपुर के बेजनबाग और इंदोरा इलाके से 6 अक्टूबर को यह मोर्चा महाल इलाके में संघ मुख्यालय तक जाने वाला था लेकिन पुलिस ने पहले ही इस आंदोलन और मोर्चे को रोक दिया.


पुलिस ने मोर्चा निकालने की नहीं दी अनुमति


पुलिस ने भारत मुक्ति मोर्चा को नागपुर में मोर्चा निकालने की अनुमति नहीं दी. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने हाईकोर्ट की नागपुर बेंच में याचिका भी दाखिल की थी. कोर्ट ने भी 6 अक्टूबर को आंदोलन करने की बजाय पुलिस की अनुमति से अगली किसी तारीख पर आंदोलन करने की सलाह दी थी.


भारत मुक्ति मोर्चा फैसले पर रहा अडिग


आज (6 अक्टूबर) सुबह से ही भारत मुक्ति मोर्चा (Bharat Mukti Morcha) के कार्यकर्ता आंदोलन करने पर और संघ मुख्यालय (RSS Headquarter) की ओर मोर्चा ले जाने पर अडिग थे. पुलिस (Police) ने भारत मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओ को समझाने की कोशिश की, लेकिन आंदोलन करने वाले सैकड़ों लोग अपनी जिद पर अड़े रहे. इसके बाद पुलिस ने भारत मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता और आंदोलनकर्ताओं की धरपकड़ शुरू कर दी है.


ये भी पढ़ें: Bihar Politics: मोहन भागवत पर भड़के लालू यादव, कहा- नफरत बांटने वाले सज्जन बिना मांगे ज्ञान बांटने आ जाते हैं


ये भी पढ़ें: ‘RSS बदल रहा है, क्या संघ किसी महिला को सरसंघचालक नियुक्त करेगा’, दिग्विजय सिंह ने मोहन भागवत से पूछे कई सवाल