PK On Bharat Jodo Nyay Yatra: राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा इन दिनों पश्चिम बंगाल में है. मणिपुर से शुरू हुई ये यात्रा असम होते हुए पश्चिम बंगाल पहुंची फिर बिहार में एंट्री की. इसके बाद फिर से पश्चिम बंगाल में है. वहीं, मशहूर राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने यात्रा की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि इसका कोई लॉजिक नहीं है.


इंडिया टुडे के साथ हुई बातचीत में उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि उनको एडवाइज कौन कर रहा है लेकिन मुख्यालय छोड़कर यात्रा पर जाने का ये उपयुक्त समय नहीं हो सकता.” उन्होंने कहा कि इस यात्रा को चुनाव से 6 महीने पहले या फिर एक साल पहले आयोजित किया जाना चाहिए था. साथ ही पीके ने कहा कि ये समय रणनीतिक सहयोगियों से मिलने, संसाधन जुटाने, उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने और रोजमर्रा में आने वाली चुनौतियों का समाधान निकालने का था.


‘मणिपुर से मुंबई की यात्रा कोई तर्क नहीं’


इसके अलावा इंडियन एक्सप्रेस के साथ हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की मणिपुर से लेकर मुंबई तक की इस यात्रा का कोई तर्क नहीं दिख रहा है. उन्होंने कहा, “ऐसे समय में जब उन्हें राजनीति के केंद्र में होना चाहिए तब वो यात्रा में व्यस्त हैं. क्षेत्रों का दौरा करना ठीक है लेकिन हेडक्वार्टर छोड़ना कोई बुद्धिमानी वाला कदम नहीं है. मुझे नहीं पता कि इस तरह की एडवाइज उन्हें दे कौन रहा है.”


राहुल गांधी की न्याय यात्रा


14 जनवरी को मणिपुर में शुरू हुई 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' 67 दिनों में 6,713 किमी की दूरी तय करेगी, जो 15 राज्यों के 110 जिलों से होकर गुजरेगी और 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी. वहीं, लोकसभा चुनाव अप्रैल से मई के बीच होने की उम्मीद है. हालांकि अभी चुनावों की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है.


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