Exclusive: 'मरने से नहीं डरता, जाति की वजह से हुआ हमला', एबीपी से बोले भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर
एबीपी न्यूज से एक्सक्लूसिव बात करते हुए दलित एक्टिविस्ट चंद्रशेखर ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि वह मरने से नहीं डरते हैं.
Exclusive: दलित एक्टिविस्ट और आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद रावण पर बीते दिनों हमला हुआ था. उनको एक कार्यक्रम में जाते समय कुछ अज्ञात लोगों ने गोली चला दी थी जो उनको छूकर निकल गई थी. वह उसके बाद घायल हो गए थे, जहां पर उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल से डिस्चॉर्ज होने के बाद एबीपी न्यूज ने उनसे एक्सक्लूसिव बातचीत की है. इस बातचीत में उन्होंने कहा, मैं मरने से नहीं डरता हूं और मुझ पर जो हमला हुआ है वो मेरी जाति की वजह से हुआ है.
चंद्रशेखर आजाद रावण ने कहा, मैं खुद जानना चाहता हूं कि वो कौन लोग हैं जिनको मेरी जान से मुझसे भी ज्यादा प्यार है. उन्होंने कहा, मैं हमेशा कमजोरों की लड़ाई लड़ता रहता हूं, मेरे किसी को न्याय दिलाने से आखिर किसी को क्या तकलीफ हो सकती है. आप तार्किक विरोध कर सकते हैं लेकिन किसी को गोली मारने का आपको अधिकार नहीं है.
सरकार ने नहीं मंजूर किया मेरा गन लाइसेंस
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मैंने बीते दो सालों से अपने लिए लाइसेंस के लिए आवेदन दिया हुआ था लेकिन डीएम ने कुछ टेक्निकल कारण बताते हुए मेरा लाइसेंस अप्रूव नहीं किया. उन्होंने कहा, मैंने डीजीपी को पत्र लिखा, मुख्यमंत्री को पत्र लिखा लेकिन वहां भी किसी ने मेरी एक बात भी नहीं सुनी. क्योकि किसी भी व्यक्ति को इस बात से फर्क नहीं पड़ता है कि एक छोटी जाति का व्यक्ति जिए या मरे.
चंद्रशेखर ने कहा, ये हमला मेरे ऊपर नहीं है, ये लोग मुझे मारकर दलितों की उम्मीदों को मार देना चाहते हैं. चंद्रशेखर ने दावा किया कि उनकी वजह से दलित समुदाय के जो लोग सर झुकाकर चलते थे आज सर उठा कर चलने लगे हैं इससे लोगों को तकलीफ तो होगी ही. मेरे ऊपर जो हमला हुआ है वो मेरी जाति की वजह से हुआ है क्योंकि मैं मेरे लोगों के ऊपर हो रहे अन्याय के खिलाफ लड़ता हूं.
भीम आर्मी चीफ ने आगे कहा कि मुझे कुदरत से पहले कोई नहीं मार सकता है. मुझे जो जिंदगी मिली हुई है वो कुदरत की तरफ से दी गई है, और कुदरत के बिना कोई भी मुझे कुछ नहीं कर सकता है.