चंडीगढ़: भोलथ के विधायक सुखपाल सिंह खैरा और आम आदमी पार्टी (आप) के दो बागी विधायक जगदेव सिंह कमलू और पिरमल सिंह धौला बृहस्पतिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए.
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने तीनों विधायकों का पार्टी में स्वागत किया. कांग्रेस की पंजाब इकाई के ट्वीट के मुताबिक, “मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिल्ली रवाना होने से पहले विधायक सुखपाल खैरा एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष और आप के उनके दो सहयोगी विधायक मौर के जगदेव सिंह कमलू और भदौर के विधायक पिरमल सिंह धौला का पार्टी में स्वागत किया.”
कांग्रेस छोड़ने के बाद, खैरा दिसंबर 2015 में आप में शामिल हो गए थे. वह 2017 में आप की टिकट पर भोलथ विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए थे. उन्होंने जनवरी 2019 में आप की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और अपनी खुद की पार्टी ‘पंजाब एकता पार्टी’ शुरू की थी.
कांग्रेस की पंजाब इकाई में आपसी कलह को सुलझाने के लिए गठित तीन सदस्यीय समिति के साथ बैठक के लिए दिल्ली रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने तीनों विधायकों को पार्टी में शामिल कराया.
तीन सदस्यीय समिति ने बुधवार को राज्य के कई सांसदों और पूर्व प्रदेश अध्यक्षों से मुलाकात कर उनकी राय ली थी. खड़गे की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय समिति के समक्ष सोमवार और मंगलवार को करीब 50 मंत्रियों, सांसदों एवं विधायकों ने अपनी बात रखी थी.
पिछले तीन दिनों में राज्य के 80 से अधिक कांग्रेस नेता इस समिति के समक्ष पेश होकर अपनी बात रख चुके हैं. इनमें से अधिकतर विधायक हैं. खड़गे के अलावा कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल इस समिति में शामिल हैं.
गौरतलब है कि हाल के कुछ सप्ताह में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिली है. विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
सिद्धू ने मंगलवार को इस समिति से मुलाकात कर अपने विचार रखे थे. समिति से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि ‘‘सत्य प्रताड़ित हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता.’’