भोपालः मध्य प्रदेश के भोपाल में यौन शोषण की शिकार नाबालिग के शव को अस्पताल से सीधे श्मशान ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपत्ति जताते हुए भोपाल में कहा कि अफसोस की बेटी को हम बचा नहीं पाए. उन्होंने कहा कि यह साधारण घटना नहीं है यह दुर्भाग्यपूर्ण है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि घटना की एसआईटी जांच होगी. जो भी दोषी होगा कार्यवाई की जाएगी.


दरअसल, ये मामला नाबालिग लड़कियों से बलात्कार के आरोपी प्यारे मियां से जुड़ा हुआ है. जो नाबालिग लड़कियों के साथ यौन शोषण करता था. मरने वाली लड़की इसी मामले में गवाह थी और बालिका गृह में रह रही थी. लड़की ने बालिका गृह में ही नींद की ज़्यादा गोली खा ली थी. जिसके बाद लड़की को हमीदिया अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. पीड़िता ने बुधवार रात 10 बजे इलाज के दौरान तोड़ा दम तोड़ा दिया.


मामले की गंभीरता को देखते हुए बालिका गृह की अधीक्षिका को हटा दिया गया. जिसके बाद कलेक्टर अविनाश लवानिया ने न्यायायिक जांच के आदेश दे दिए थे. घटना की जांच कमला नगर थाना पुलिस ने शुरू कर दी थी. हमीदिया अस्पताल प्रबंधन ने पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार को बॉडी ​​​​​परिजनों के बदले पुलिस को दे दी.


पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शव को परिजनों को देने की जगह शमशान पहुंचा दिया और परिजनों को भी बस से वहीं बुलाकर अंतिम संस्कार कर दिया. अब परिजन पुलिस पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.


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