वाराणसी: पीएम नरेन्द्र मोदी के वाराणसी दौरे में दिनभर बीएचयू गेट पर हंगामा होता रहा. कैंपस की लड़कियां अपनी मांगों को लेकर सवेरे से ही धरने पर बैठ गईं. दावा किया जा रहा हैकि छेड़खानी से परेशान आकांक्षा ने तो विरोध में अपना सिर ही मुंडवा लिया. वो बैचलर ऑफ फाईन आर्ट्स की छात्रा हैं. उसके समर्थन में बीएचयू में पढ़ रही कई और लड़कियां भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गईं. इनका आरोप है कि आते जाते लड़के छेड़खानी और अश्लील हरकतें करते हैं.


छात्राओं ने बताया कि कुछ तो पत्थर फेंक कर चले जाते हैं. ये सभी लड़कियां नवीन छात्रावास में रह रही हैं. इनकी मानें तो कैंपस के बाहर के लड़कों ने यहां पढ़ने वाली लड़कियों का जीवन नर्क बना दिया है. डीन से लेकर फ्रोफेसर तक कई बार शिकायत की गई लेकिन किसी ने इनकी एक नहीं सुनी.


बनारस हिंदू विश्व विद्यालय की छात्राओं की मांग है कि इन्हें सुरक्षा दी जाए और हॉस्टलों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं. इसके साथ ही छात्राओं की मांग है कि जगह-जगह सुरक्षाकर्मियों की तैनाती हो. बीएचयू के पीआरओ राजेश सिंह कहते हैं, " लड़कियों की सुरक्षा गंभीर मुद्दा है, इनके आरोपों की जांच करने के लिए एक कमेटी बना दी गई है."


बीएचयू कैंपस 1340 एकड़ में फैला हुआ है. यहां 32 हजार छात्र-छात्राएं यहां पढ़ते हैं. कुल 18 हजार छात्र-छात्राएं हॉस्टल में रहते हैं, इनमें 8 हजार तो लड़कियां हैं. कैंपस के एक प्रोफेसर ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा कि जब भी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी आते हैं, यहां कुछ ना कुछ जरूर होता है.