नई दिल्ली: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की 27 वर्षीय एक पीएचडी क्षात्रा ने आज यहां अपने किराये के कमरे में छत के पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने इस घटना की जानकारी दी.


मृतका की पहचान मध्य प्रदेश के बैतूल की रहने वाली ख्याति सिंह के रूप में हुई है. वह बीएचयू के सतत एवं पर्यावरण विकास संस्थान की शोधार्थी थी.


पुलिस ने बताया कि आज सुबह उसने फांसी लगाने की कोशिश की. तभी उसके मकान मालिक ने उसे देख लिया और उसे तुरंत बीएचयू ट्रामा सेंटर ले गये , जहां उसने अंतिम सांस ली.


उन्होंने बताया कि उसके परिवार को सूचित कर दिया गया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.


आपको बता दें कि मौके से बरामद सुसाइड नोट में लिखा है कि ‘वह अपनी मौत की खुद जिम्मेदार है और इसके लिए किसी को परेशान न किया जाए. मंगेतर को संबोधित करते हुए लिखा है कि श्वेतांक मैं माफी मांगती हूं और मेरा अंतिम संस्कार बनारस में ही किया जाए.’ ख्याति सिंह ने महीने भर पहले ही लंका थाना पास नगवां में किराये पर कमरा लिया था. तब से वह यहीं रह रही थी. पिछले 20 अप्रैल को ही उसका दाखिला पर्यावरण संस्थान में शोध में हुआ था.


दाखिला लेने के 10 दिन बाद हुई थी सगाई


बीएचयू में 20 अप्रैल को दाखिला लेने के 10 दिन बाद ख्याति की रामनगर निवासी नेवी में इंजीनियर श्वेतांक के साथ बनारस में ही सगाई हुई थी. सगाई की रस्म के बाद परिजन घर चले गए थे. जिसके बाद मंगलवार की भोर में ख्याति और उसका मंगेतर वीडियो चैटिंग कर रहे थे. इसी दौरान दोनों में किसी बात को लेकर अनबन हुई और चैटिंग के दौरान ही ख्याति ने आत्मघाती कदम उठा लिया.


पुलिस के अनुसार ख्याति के पिता कमल सिंह और मां दुर्गेश दोनों बैतूल में शिक्षा विभाग में नौकरी करते हैं. उनके दो बेटी और एक बेटे में सबसे बड़ी ख्याति ने भोपाल से एमए करने के बाद दो साल तक नेट की तैयारी की और फिर बीएचयू में शोध छात्रा के तौर पर दाखिला लिया.