वाराणसी: काशी हिन्दू विश्विद्यालय (बीएचयू) के उर्दू विभाग द्वारा उर्दू दिवस पर आयोजित वेबिनार के पोस्टर पर महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की तस्वीर की जगह पाकिस्तान के कवि एवं शायर अल्लमा इकबाल मसूदी की तस्वीर लगाने के मामले में कला संकाय के डीन ने जांच के लिये कमेटी का गठित की है. साथ ही विभागाध्यक्ष से उनका पक्ष रखने के लिये कहा है. विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी.


इसके साथ ही वेबिनार के पोस्टर से पाकिस्तानी शायर की तस्वीर हटा कर मालवीय जी की तस्वीर लगा दी गयी है. विश्विद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी राजेश सिंह ने बताया कि कला संकाय के डीन ने मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है और इसके साथ ही उर्दू के विभागाध्यक्ष से उनका पक्ष रखने के लिये कहा गया है.


छात्रों ने जताया विरोध


गौरतलब है कि काशी हिंदू विश्विद्यालय के उर्दू विभाग में उर्दू दिवस पर आयोजित वेबिनार के पोस्टर पर हर साल बीएचयू के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय का चित्र लगाया जाता था. लेकिन इस बार उनके स्थान पर पाकिस्तान के शायर अल्ल्लमा इकबाल का चित्र लगा दिया गया. जिसको लेकर छात्रों ने कला संकाय के डीन प्रोफेसर विजय बहादुर सिंह से मिल कर अपना विरोध जताया.


कला संकाय ने मांगी माफी


प्रोफेसर विजय बहादुर ने इस मामले पर माफी मांगते हुए मामले की जांच की बात कही है. साथ ही कला संकाय ने अपने ट्विटर अकाउंट से भी माफी मांगी मांग ली थी. उन्होंने ट्वीट किया, “ डीन उर्दू विभाग, कला संकाय, बीएचयू, पोस्टर में दिए गए विवरण के अनुसार एक वेबिनार का आयोजन कर रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए पहले के पोस्टर में अनजाने में हुई गलती के लिए ईमानदारी से माफी.”


इससे पहले, पोस्टर पर पाकिस्तानी शायर की तस्वीर लगाये जाने के बाद विवाद पैदा हो गया था और विद्यार्थियों के विरोध करने पर विजय बहादुर ने इसकी जांच कराने का भरोसा दिलाया था.


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