BHU के वैज्ञानिकों का दावा, कोरोना संक्रमण को मात दे चुके लोगों के लिए टीके की एक खुराक ही पर्याप्त
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में 21,31,54,129 वैक्सीन डोज दी जा चुकी है, जिसमें पहली और दूसरी डोज शामिल है.
वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के वैज्ञानिकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दावा किया है कि कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त हो चुके लोगों के लिये इस बीमारी से बचाव के वास्ते टीके की मात्र एक खुराक ही पर्याप्त है.
गौरतलब है कि फिलहाल देश में दो टीकों, कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मंजूरी मिली हुई है. कोविड-19 से बचाव के लिए लोगों को दोनों टीकों की दो खुराक लेने की जरूरत है.
बीएचयू के जूलॉजी विभाग के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे और न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर विजय नाथ मिश्रा की टीम ने अपने अध्ययन के आधार पर दावा किया है कि कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त हो चुके लोगों के शरीर में टीके की पहली खुराक लेने के 10 दिन बाद ही पर्याप्त एंटी बॉडी बन जाती है. उनका दावा है कि ऐसे लोगों के लिए टीके की एक खुराक ही पर्याप्त है.
प्रोफेसर चौबे ने बताया कि 20 लोगों पर किये गए अध्ययन में यह पता चला है कि संक्रमण से उबर चुके लोगों में एंटी बॉडी तेजी से बनती है, वहीं स्वस्थ लोगों में एंटीबाडी बनने में 3 से 4 हफ्ते का समय लगता है.
देश में अब तक कोरोना वैक्सीन की कितनी डोज़ लगी
भारत मे अब तक 21 करोड़ 31 लाख से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज दी चुकी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में 21,31,54,129 वैक्सीन डोज दी जा चुकी है, जिसमें पहली और दूसरी डोज शामिल है.
किस ग्रुप में कितने डोज़ लगे
- 98,67,310 हेल्थकेयर और 1,55,92,325 फ्रंटलाइन वर्करों को पहली डोज दी जा चुकी है.
- वहीं 67,76,644 हेल्थकेयर और 84,97,120 फ्रंटलाइन वर्करों को दूसरी डोज दी जा चुकी है.
- इसके अलावा 60 साल से ज्यादा उम्र के 5,85,28,448 लोगों को पहली और 1,86,82,495 दूसरी डोज दी जा चुकी है.
- 45 से 60 साल की उम्र के 6,56,60,693 लोगों को पहली और 1,05,74,441 लोगों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा चुकी है.