नई दिल्ली/बनारस: वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के बीच काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर छात्राओं का प्रदर्शन पिछले करीब 15 घंटों से जारी है. छात्राओं का आरोप है कि बीएचयू कैम्पस में छेड़खानी की घटनाएं आम हो चली हैं बावजूद इसके यहां सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं.


गुरुवार शाम करीब 6 बजे एक लड़की के साथ हुई कथित छेड़खानी के विरोध में ये छात्राएं बीते दिन शुक्रवार सुबह 7 बजे से मुख्य द्वार पर धरने पर बैठी हैं. इनका आरोप है कि गुरुवार को हुई छेड़खानी की घटना की शिकायत जब वो बीएचयू प्रशासन से करने पहुंची तो उन्हें कहा गया कि वो राजनीति कर रही हैं. साथ ही लड़कियों का आरोप है कि उनसे कहा गया कि शाम को 6 बजे घूम क्यों रही थी.


प्रशासन ने इन लड़कियों को हटाने की बहुत कोशिश की लेकिन लड़कियों की मांग है कि जबतक कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी खुद आकर उन्हें आश्वासन नहीं देते तब तक वो धरना समाप्त नहीं करेंगी.


BHU का पक्ष आया सामने


विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कहा गया है कि पिछले कुछ समय से विश्वविद्यालय को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है और ये घटना भी उसी का हिस्सा है. विश्वविद्यालय ने इस बात से भी इंकार किया है कि आकांक्षा की छात्रा ने हाल की घटनाओं के चलते अपने बाल मुंडवाए हैं. बयान में कहा गया है कि आकांक्षा ने अपने बाल मई 2016 में शौकिया तौर पर मुंडवाए थे और इसके साबित करने के लिए विश्वविद्यालय ने उनके फेसबुक पोस्ट का हवाला दिया है. बयान में कहा गया है कि काशी विश्वविद्यालय को बदनाम करने के लिए साजिश रची जा रही है और सीधे-सादे छात्रों को मोहरा बनाया जा रहा है. छात्राओं की मांग को कुलपति तक पहुंचा दिया गया है और इस मामले पर अब आगे समिति विचार करेगी और उचित कार्रवाई की जाएगी.


क्या है पूरा मामला?
गुरुवार को बीएचयू में भारत कला भवन के पास छात्रा के साथ बाइक सवारों ने की छेड़खानी की. छात्रा के चिल्लाने के बाद भी चंद कदम की दूरी पर मौजूद बीएचयू के सुरक्षाकर्मियों ने कोई मदद नहीं की. जिससे घबराई छात्रा हॉस्टल वापस आई. उसने छात्राओं को पूरी बात बताई. जिसके बाद छात्राएं आक्रोशित हो गईं. छात्राएं हॉस्टल से निकलकर नारेबाजी करती हुई बीएचयू की ओर बढ़ी. छात्राओं के आक्रोशित झुंड को आता देखकर बीएचयू का गेट बंद कर दिया.


पीएम नरेन्द्र मोदी के वाराणसी दौरे में दिन भर बीएचयू गेट पर हंगामा होता रहा. कैंपस की लड़कियां अपनी मांगों को लेकर सवेरे से ही धरने पर बैठ गईं. दावा किया जा रहा है कि छेड़खानी से परेशान आकांक्षा ने विरोध में अपना सर तक मुंडवा लिया. वो बैचलर ऑफ़ फाईन आर्ट की छात्रा है. उसके समर्थन में बीएचयू में पढ़ रही कई और लड़कियां भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गईं. इनका आरोप है कि आते जाते लड़के छेड़खानी करते हैं. अश्लील हरकतें करते हैं. छात्राओं ने बताया कि कुछ तो पत्थर फेंक कर चले जाते हैं.

ये सभी लडकियां नवीन छात्रावास में रह रही हैं. इनकी मानें तो कैंपस के बाहर के लड़कों ने लड़कियों का जीवन नर्क बना दिया है. डीन से लेकर प्रोफ़ेसरों तक कई बार शिकायत की गई, लेकिन किसी ने इनकी एक नहीं सुनी. बनारस हिंदू विश्व विद्यालय की छात्राओं की मांग है कि इन्हें सुरक्षा दी जाए, हॉस्टलों में CCTV कैमरे लगाये जायें, जगह जगह सुरक्षाकर्मियों की तैनाती हो.