छत्तीसगढ़: भूपेश बघेल होंगे नए मुख्यमंत्री, कल शाम 5 बजे होगा शपथग्रहण
बघेल ओबीसी जाति से आते हैं और उनकी इन तबकों में अच्छी पकड़ मानी जाती है. भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के रहने वाले हैं. वह राजनीति में शुरुआत से ही सक्रिय रहे हैं और वह प्रदेश कांग्रेस के युवा अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
रायुपुर: पांच दिन की खींचतान और मंथन के बाद आखिरकार कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर भूपेश सिंह बघेल के नाम पर मुहर लगा दी है. कल शाम 5 बजे होगा शपथग्रहण समारोह होगा. कुछ देर पहले छत्तीसगढ़ में विधायक दल की बैठक खत्म हुई. बैठक में बघेल को विधायक दल का नेता चुन गया.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के छत्तीसगढ़ के पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज रायपुर में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पाटन क्षेत्र से विधायक और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल को विधायक दल ने अपना नेता चुना है. राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है. इसके बाद से ही राज्य में नए मुख्यमंत्री को लेकर कयास लगाए जा रहे थे. लंबी बैठकों के बाद भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री चुन लिया गया.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि एआईसीसी के छत्तीसगढ़ सचिव चंदन यादव और अरुण उरांव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत कांग्रेस और दुर्ग के लोकसभा सदस्य ताम्रध्वज साहू आज सुबह दिल्ली से रायपुर पंहुचे. जबकि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पी एल पुनिया, छत्तीसगढ़ के पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस विधायक दल के नेता टी एस सिंहदेव दोपहर बाद रायपुर पंहुचे.
रायपुर आने के बाद सभी नेता राजीव भवन, रायपुर के प्रथम तल में स्थित संचार विभाग के पत्रकार वार्ता कक्ष में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल हुए और इसी बैठक में छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की गई.
मल्लिकार्जुन की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले, कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल से भूपेश सिंह बघेल के नाम का एलान करते हुए लिखा है कि उनके नाम के साथ के साथ ही सूबे में जश्न का माहौल है और पार्टी के तरफ से उन्हें मुबारकबाद भी दी गई.
Celebrations are in order in Chhattisgarh as @Bhupesh_Baghel is appointed CM. We wish him the best as he forms a govt. of equality, transparency & integrity starting off with farm loan waiver for farmers as we promised. pic.twitter.com/7OqGcPi2eh
— Congress (@INCIndia) December 16, 2018
भूपेश बघेल के साथ टीएस सिंहदेव भी रेस में थे. जानकारी के मुताबिक विधायकों की बैठक में सिंहदेव ने ही बघेल का नाम आगे बढ़ाया. मुख्यमंत्री को लेकर भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के समर्थक अपने-अपने नेता को सीएम बनाए जाने की मांग को लेकर आमने सामने थे.
मध्य प्रदेश और राजसअथान में सीएम के एलान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ को लेकर विस्तार से चर्चा की. राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री पद के दावेदारों टी एस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, भूपेश बघेल और चरण दास महंत के साथ मीटिंग भी की. इस बैठक में पार्टी पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया भी शामिल हुए.
कौन हैं भूपेश बघेल? भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष हैं. वह अपने तेवर के कारण जाने जाते हैं और विवादों में भी उनका नाम आ चुका है. छत्तीसगढ़ के सीडी कांड में भी उनका नाम आया था. इस केस में उन्होंने जमानत लेने से इनकार कर दिया था. बघेल ओबीसी जाति से आते हैं और उनकी इन तबकों में अच्छी पकड़ मानी जाती है. भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के रहने वाले हैं. वह राजनीति में शुरुआत से ही सक्रिय रहे हैं और वह प्रदेश कांग्रेस के युवा अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
जब छत्तीसगढ़ 2000 में राज्य बना था तो बघेल पहली बार पाटन सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. इस दौरान वह राज्य के कैबिनेट मंत्री भी रहे. साल 2003 में जब कांग्रेस पार्टी राज्य में सत्ता से बाहर हो गई तो उन्हें विपक्ष का उपनेता बनाया गया. उनके राजनीतिक कौशल और रणनीति बनाने में गूढ़ता को देखते हुए कांग्रेस की केन्द्रीय नेतृत्व ने उन्हें साल 2014 में प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया था.
इन तमाम अनुभवों और इस विधानसभा चुनाव में पार्टी को 15 साल बाद सत्ता में वापसी दिलाने में उनकी भूमिका केन्द्रीय नेतृत्व के सामने है. ऐसे में ही उन्हें प्रदेश के सीएम पद की सौगात दी गई है.