दो दिवसीय दौरे पर भारत आएंगे भूटान नरेश, पीएम मोदी और एस जयशंकर से करेंगे मुलाकात
Bhutan King Visit India: भूटान नरेश के साथ उनकी पत्नी जेटसन पेमा वांगचुक और भूटान सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी भारत आएंगे. भारत भूटान में कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है.
Bhutan King Visit India: भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक गुरुवार (5 दिसंबर 2024) को भारत की दो दिवसीय यात्रा पर आएंगे. उनकी यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच पहले से ही घनिष्ठ संबंधों को और अधिक बेहतर बनाना है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि उनके साथ उनकी पत्नी जेटसन पेमा वांगचुक और भूटान सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी यात्रा पर आएंगे. विदेश मंत्रालय के अनुसार यात्रा के दौरान भूटान नरेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे.’’
द्विपक्षीय साझेदारी होगी मजबूत
भारत और भूटान के बीच मित्रता, सहयोग और विश्वास पर आधारित मजबूत संबंध हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘यह यात्रा दोनों पक्षों को द्विपक्षीय सहयोग के सभी आयामों की समीक्षा करने और विविध क्षेत्रों में विशिष्ट द्विपक्षीय साझेदारी को और मजबूत बनाने का अवसर प्रदान करेगी.’’
द्विपक्षीय संबंधों का एक अनूठा पहलू दोनों देशों के बीच आर्थिक परस्पर निर्भरता है. लगभग 50,000 भारतीय नागरिक भूटान में निर्माण, शिक्षा और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं जैसे क्षेत्रों में काम करते हैं, कुछ दैनिक श्रमिक भूटान के सीमावर्ती शहरों में काम करने के लिए सीमा पार करते हैं. हाल के वर्षों में सहयोग का दायरा काफी बढ़ गया है, जिसमें जलविद्युत जैसे पारंपरिक क्षेत्रों से आगे बढ़कर डिजिटल बुनियादी ढांचे, शिक्षा और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी जैसे उभरते क्षेत्रों को शामिल किया गया है.
BHIM ऐप को अपनाने वाला दूसरा देश है भूटान
भूटान BHIM ऐप को अपनाने वाला दूसरा देश बन गया, जिसने फाइनेंशिय रूप से जुड़ाव की सुविधा प्रदान की, और भारत ने भूटान की डिजिटल ड्रुक्युल पहल का समर्थन किया है, जिसका उद्देश्य सभी 20 जिलों में एक मजबूत ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क बनाना है.
पीएम मोदी ने 2019 की भूटान यात्रा के बाद नवंबर 2022 में संयुक्त रूप से विकसित भारत-भूटान एसएटी लॉन्च किया गया था. यह अन्य तकनीकी साझेदारियों के साथ, द्विपक्षीय संबंधों की और मजबूत करने की बड़ी पहल थी. शिक्षा के क्षेत्र में, भारत एसटीईएम शिक्षकों की कमी को दूर करने, देश की मानव संसाधन क्षमताओं को बढ़ाने में भूटान का समर्थन करता रहा है.