एयर इंडिया को खरीदने के लिए लगेगी बोली, एक-एक लाख रुपये देकर कर्मचारी ही बनेंगे मालिक
एयर इंडिया पर वर्तमान समय में 60 हजार करोड़ से भी ज्यादा का कर्ज है. अब इसकी भरपाई के लिए एयर इंडिया को बेचा जा रहा है. वहीं खास खबर यह है कि एयर इंडिया के ही कर्मचारी इसे खरीदने जा रहे हैं.
नई दिल्लीः देश की एकमात्र सरकारी एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया भारी कर्जे के बोझ तले जूझ रही है. एयर इंडिया पर वर्तमान समय में 60 हजार करोड़ से भी ज्यादा का कर्ज है, जिसकी भरपाई के लिए इसे बेचा जा रहा है. वहीं खास खबर यह है कि एयर इंडिया के ही कर्मचारी इसे खरीदने जा रहे हैं. इसमें एक अमेरिकन कंपनी आधी-हिस्सेदारी के साथ एयर इंडिया को खरीद सकती है.
दरअसल अमेरिका की एक प्राइवेट इक्विटी फर्म इंटरअप्स कंपनी के साथ मिलकर एयर इंडिया के कुछ कर्मचारी ही इसे खरीदने की तैयारी में है. कंपनी के 209 कर्मचारियों के ग्रुप ने एयर इंडिया को खरीदने के लिए एक लाख रुपए का योगदान किया है. इस ग्रुप की लीडर एय़र इंडिया की कॉमर्शियल डायरेक्टर मीनाक्षी मलिक हैं.
14 दिसंबर, 2020 को एयर इंडिया के लिए बोलियां लगने की समय सीमा के बाद, निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव तुहिन कांता पांडे ने कहा कि सरकार को अपनी हिस्सेदारी को बेचने के लिए कई ऑफर मिले हैं.
बता दें कि 31 मार्च, 2019 तक एयर इंडिया का कुल कर्ज 60,074 करोड़ रुपये था. वहीं इसके खरीदार को 23,286.5 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा, जबकि बाकी बचा एयर इंडिया एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड (AIAHL), एक विशेष वाहन कंपनी की ओर से जमा किया जाएगा.
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