नई दिल्ली: केन्द्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने दक्षिण भारत के पांच राज्यो में आतंकवादी संगठन आईएस से जुड़े 17 मुकदमें दर्ज कर 122 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अब तक की जांच के दौरान पता चला है कि इस संगठन ने अपने विभिन्न नामों से दक्षिण भारत के अलावा उत्तरी भारत के भी अनेक राज्यों में अपने पैर फैलाने की कोशिश की है और इनमें उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, बिहार, राजस्थान आदि राज्य शामिल हैं. यह जानकारी केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने राज्यसभा मे एक लिखित सवाल के जवाब मे दी.


गृह मंत्रालय के मुताबिक इस्लामिक स्टेट (आईएस) नामक यह संगठन अपने अनेक नामों के द्वारा जाना जाता है मसलन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया, इस्लामिक स्टेट खुरासान आदि. केंद्र सरकार ने गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम एक्ट 1967 के तहत इन सभी को आतंकवादी संगठन के रूप में अधिसूचित किया है और इनके रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. अब तक की जांच के दौरान यह पाया गया कि यह संगठन अपनी विचारधारा के प्रचार प्रसार के लिए विभिन्न सोशल प्लेटफार्मो के जरिए लोगों को अपने जाल मे फंसा रहा है.


गृह मंत्रालय के एक आला अधिकारी ने बताया कि विभिन्न सोशल प्लेटफार्मो के जरिए पहले इसके आका यह देखते हैं कि कौन सा शख्स कट्टर विचार का है और उनके कितने काम आ सकता है और इसके बाद ये लोग धीरे-धीरे उसे अपने जाल मे फंसा कर देश विरोधी गतिविधियों की तरफ ले जाते हैं. इनके जाल में फंस कर अनेक बार गुमराह युवक विदेश भी गए हैं. संबंधित एजेंसियों द्वारा इस बारे में साइबर स्पेस की बारीकी से जांच की जा रही है और इनके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है.


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