(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Karnataka Elections: कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले AAP को बड़ा झटका, पूर्व IPS भास्कर राव ने पार्टी छोड़ बीजेपी का दामन थामा
Karnataka Election 2023: बेंगलुरु के पूर्व कमिश्नर और आप नेता भास्कर राव ने आप पार्टी छोड़ दी है और बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
AAP leader Bhaskar Rao Joins BJP Today: कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है. बेंगलुरु के पूर्व कमिश्नर और आप नेता भास्कर राव (Bhaskar Rao) ने पार्टी का दामन छोड़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) का हाथ थाम लिया है. अब से कुछ देर राव बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
बीजेपी में शामिल होने पर भास्कर ने कहा, "वो (AAP पार्टी) विकसित नहीं होना चाहते हैं. वे कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं. ये शर्मनाक है कि उनके 2 मंत्री जेल में हैं. आपको (स्पष्ट) होना होगा. मैं भारतीय जनता पार्टी में एक कार्यकर्ता के रूप में शामिल हुआ हूं."
सीएम केजरीवाल ने दिलायी थी सदस्यता
भास्कर राव करीब 11 महीने पहले आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे. दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने उन्हें खुद पार्टी की सदस्यता दिलाई थी. भास्कर के पार्टी ज्वाइन करने को आप ने कर्नाटक चुनाव से पहले बड़ा दाव बताया था. पार्टी ने भास्कर को बड़ी जिम्मेदारियां भी सौंपी थीं. पार्टी ने उन्हें चुनाव घोषणापत्र समिति का अध्यक्ष बनाया था. वहीं, भास्कर का चुनाव से पहले पार्टी छोड़ना आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा नुकसान दिख रहा है. दरअसल, आप पार्टी पहली बार कर्नाटक में विधानसभा चुनाव में उतर रही है.
Karnataka | Former commissioner of Bengaluru and AAP leader Bhaskar Rao joins BJP, in Bengaluru pic.twitter.com/o1TdIGfUve
— ANI (@ANI) March 1, 2023
AAP ज्वाइन करने से पहले भास्कर ने कहा था...
भास्कर राव ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने से पहले पार्टी के हित में कई बड़ी बातें की थीं. उन्होंने एक बयान दिया था कि मैंने 32 साल पुलिस अधिकारी के रूप में काम किया है. मैंने इतने सालों में सभी पार्टियों के अंदर की स्थिति देखी है. पर जब मैंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों को देखा मैंने तय कर लिया था कि मैं आम आदमी पार्टी ज्वाइन करूंगा.
भास्कर की मदद से बीजेपी को मिलेगा फायदा?
भास्कर ब्राह्मण जाति से आते हैं जिसका फायदा पहले आम आदमी पार्टी उठाने की कोशिश कर रही थी. वहीं अब बीजेपी विशेष समुदाय के लोगों का वोट बटोरने की कोशिश करेगी.
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