गुजरात: बीजेपी शुरू करेगी 'गुजरात गौरव यात्रा', कांग्रेस को हार्दिक के अल्टीमेटम का आखिरी दिन
आरक्षण की उलझन के बीच न तो हार्दिक पटेल खुलकर कांग्रेस के पाले में आ रहे हैं न ही दलित नेता जिग्नेश मेवाणी. हालांकि कांग्रेस युवाओं की तरफ उम्मीद की नजरों से देख रही है.
नई दिल्ली: गुजरात में चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है चुनाव की सरगर्मी तेजी से बढ़ती जा रही है. ऐसे में आज राजनीतिक गलियारे की हलचल से गुजरात चुनाव का पारा और चढ़ सकता है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आज से गुजरात गौरव महासंपर्क अभियान शुरू करने वाले हैं.
अमित शाह आज शुरू करेंगे 'गुजरात गौरव यात्रा' बीजेपी का ये अभियान 12 नवंबर तक चलेगा. इस अभियान में बीजेपी का लक्ष्य 50 हजार बूथ के वोटर तक संपर्क बनाना है. अमित शाह के विधानसभा क्षेत्र रहे नारणपुरा से अभियान की शुरुआत होगी.
कांग्रेस के लिए भी आज बड़ा दिन कांग्रेस के लिए भी आज का दिन काफी खास है. आरक्षण पर आज हार्दिक पटेल और कांग्रेस में कोई फॉर्मूला तय हो सकता है क्योंकि हार्दिक ने कांग्रेस को आज तक का अल्टीमेटम दिया था.
आरक्षण पर कहां फंसा है पेंच पाटीदारों और कांग्रेस के बीच आरक्षण पर जो पेंच फंस रहा है उसका हल बिल्कुल भी आसान नहीं है. कानून के मुताबिक आरक्षण 50 फीसदी से ज्यादा नहीं हो सकता. गुजरात में पहले से ही 49 फीसदी आरक्षण है जिसमें 27% ओबीसी कोटा है. हार्दिक पटेल इसी ओबीसी कोटे में पाटीदार समुदाय को आरक्षण देने की मांग कर रहे हैं.
गुजरात की बीजेपी सरकार ने पिछले साल पाटीदारों को अपने पाले में करने के लिए अप्रैल में पाटीदारों को आर्थिक रूप से कमजोर कोटे से 10% आरक्षण दिया था, जिसे 4 महीने बाद गुजरात हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया था. 10% से आरक्षण से कुल आरक्षण 59 % हो रहा था जबकि अधिकतम सीमा 50% है.
अब हार्दिक जिग्नेश की सुरक्षा पर भी बवाल आरक्षण की इसी उलझन के बीच न तो हार्दिक पटेल खुलकर कांग्रेस के पाले में आ रहे हैं न ही दलित नेता जिग्नेश मेवाणी. हालांकि कांग्रेस युवाओं की तरफ उम्मीद की नजरों से देख रही है. इस बीच हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवाणी को पुलिस सुरक्षा देने पर भी विवाद खड़ा हो गया है. हार्दिक और जिग्नेश का कहना है कि हमने सरकार से सुरक्षा मांगी ही नहीं. हार्दिक और जिग्नेश का आरोप है कि सुरक्षा के बहाने सरकार गतिविधि पर नजर रखना चाहती है.