नई दिल्ली: मोदी सरकार के काम करने का तरीका पिछली सरकारों से काफी अलग है. बीते साढ़े पांच साल में ऐसा देखा गया है कि मोदी सरकार ने तीन ऐसे बड़े फैसले लिए जिसकी भनक सरकार में भी चंद खास लोगों को थी. सरकार से बाहर न मीडिया कयास लगा पाया और न सरकार के कामकाज की खबर रखने वाले सूत्रों को इसकी भनक मिल पाई.
आज का बड़ा फैसला
अब मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में ये पहला बड़ा फैसला लिया है. इस फैसले की भी भनक किसी को नहीं मिली. लोग बस कयास ही लगाते रहे. ऐसे में मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का एलान कर दिया है.
कैसे हुआ फैसला
पिछले करीब 11 दिनों से मोदी सरकार कश्मीर को लेकर किसी बड़े फैसले की तरफ बढ़ रही थी. सबसे पहले 26 जुलाई को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल कश्मीर के दौरे पर गए, तभी कश्मीर को लैकर बड़े फैसले के संकेत मिले.
27 जुलाई को अतिरिक्त 100 कंपनियां भेजने का एलान हुआ. फिर सूबे में मस्जिदों की संख्या की जानकारी ली गई. उसके बाद सरकार ने अमरनाथ यात्रा पर रोक लगा दी और सैलानियों को घाटी छोड़ने की हिदायत दी. इस दौरान जम्मू-कश्मीर को लेकर अटकलों का बाजार गर्म रहा.
4 अगस्त को सूबे में काफी हलचल देखी गई और ये भी खबर आई कि मोदी सरकार कश्मीर को लेकर कैबिनेट बैठक करने वाली है. 4 और 5 अगस्त की रात जम्मू-कश्मीर में काफी हलचल रही. बड़े बड़े नेता नजरबंद कर दिए गए, इंटरनेट सेवा ठप कर दी. घाटी के साथ-साथ जम्मू में भी धारा 144 लगा दी गई. स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए, लेकिन किसी को खबर नहीं मिली कि आखिर सूबे को लेकर क्या फैसला होने वाला है.
5 जुलाई यानि सोमवार को सुबह 9.30 बजे कैबिनेट की भी बैठक हुई तो भी किसी को कोई खबर नहीं थी कि फैसला क्या होने वाला है. कैबिनेट की बैठक से पहले पीएम आवास पर काफी हलचल रही. कानून मंत्री और गृह मंत्री सुबह 8.30 बजे ही पहुंच चुके थे. एनएसए अजित डोभाल और गृह सचिव राजीव गावा भी पीएम आवास पर थे. आखिरकार कैबिनेट की बैठक शुरू हुई. लेकिन किसी को कोई भनक नहीं थी कि फैसला क्या होने वाला है.
मोदी सरकार के तीन बड़े फैसले
1. मोदी सरकार ने सबसे पहला चौंकाने वाला फैसला 28 सितंबर 2016 को लिया, जिसमें सरकार ने उरी हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक की. भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पार करके पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी कैंप को तबाह किया.
2. इस तरह मोदी सरकार ने जब 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी का फैसला लिया तो इसकी किसी को भनक नहीं थी.
3. मोदी सरकार ने तीसरा बड़ा फैसला 26 फरवरी, 2019 को लिया, जिसके तहत बालाकोट में एयरस्ट्राइक की गई. पुलवामा हमले का बदला लेने के लिए भारतीय वायुसेना के विमानों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर बालाकोट में एयरस्ट्राइक की कार्रवाई को अंजाम दिया और आतंकी ठिकानों पर बम बरसाए.
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