Kanhaiya Lal Murder Case: उदयपुर (Udaipur) में कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. मामले में पता चल है कि आरोपी गौस मोहम्मद (Ghaus Muhammad) चिट फंड (Chit Fund) के जरिए से पैसे इकट्ठे कर रहा था. पिछले कई सालों से वो अपनी दुकान भी चलाता था और चिट फंड से पैसा भी इकट्ठा करता था. फिलहाल जांच एजेंसियां (Investigative Agencies) इस बात की तफ्तीश कर रही हैं कि गौस मोहम्मद किन-किन लोगों से रुपये इकट्ठा किया करता और इन पैसों का वो क्या इस्तेमाल करता था. इसके साथ ही जांच एजेंसी ये भी पता लगा रही हैं कि वो रकम कहां जमा करता था.


गौस अपने माता-पिता और परिवारवालों के साथ किशन पोल इलाके के एक मकान में रहता था. वो चिट फंड के जरिए लोगों से पैसा इकट्ठा करता था और उन्हे उचित वापसी करने का वादा करता था. कहा जा रहा है कि गौस और उसका परिवार बेहद धार्मिक था और 5 वक्त की नमाज पढ़ने पास की मस्जिद में जाया करता था. कभी-कभी गौस के साथ उसके माता-पिता भी रहते थे. वो अपने इलाके में लोगों से कम ही बात करता था.


दूसरे आरोपी मोहम्मद रियाज ने बदले कई मकान


इसके अलावा जांच में सामने आया है कि दूसरा आरोपी मोहम्मद रियाज (Muhammad Riyaj) उदयपुर (Udaipur) में बीस सालों से रहा था और इस दौरान वो कई मकानों में किराए पर रहा है. अक्सर वो मकान बदलता रहा है. पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इन दोनों ने उर्दू (Urdu) में लब्बैक, रसूल उल्लाह आदि नाम से व्हाट्एसएप ग्रुप (Whats app Group) बनाए थे जिस पर वो लोगों को भड़काने वाले संदेश भेजता था.


वीडियो वायरल करने से पहले ग्रुप में जोड़े कई नंबर


ये भी मालूम चला है कि हत्या वाले दिन वीडियो वायरल (Viral video) करने के लिए रियाज ने अपने ग्रुप में कई फोन नंबरों (Phone Numbers) को जोड़ा था. अब उन नम्बरों की भी जांच की जा रही है जो उसने अपने ग्रुप (Group) में जोड़े (Add) थे.


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