दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा मामले में अब तक असलम, अंसार, सोनू समेत 26 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है जिसमें नाबालिग भी शामिल हैं. सूत्रों से मिली ताजा जानकारी के मुताबिक, क्राइम ब्रांच की टीम ने अब तक की जांच में करीब 300 उपद्रवियों की पहचान की है जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.


सूत्रों के मुताबिक जहांगीरपुरी हिंसा से जुड़े वीडियो, फोटो, सीसीटीवी फुटेज और लोकल इनपुट के आधार पर क्राइम ब्रांच ने करीब 300 उपद्रवियों की पहचान की गई है. टीम मामले को गंभीरता से लेते हुए इन उपद्रवियों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द करना चाहती है जिसको लेकर छापेमारी की जा रही है.


30 नंबर की होगी पड़ताल


जानकारी के मुताबिक, क्राइम ब्रांच की टीम 30 फोन नंबर की पड़ताल करने में भी जुटी है. बताया जा रहा है कि ये 30 नंबर अंसार, असलम, और सोनू से जुड़े हैं. इन नबंरों की लोकेशन से लेकर कॉल डिटेल रिकॉर्ड को बारिकी से खंगाला जाएगा जिससे माना जा रहा है कि जहांगीरपुरी हिंसा का पूरा सच सामने आ सकता है. 


नाबालिगों को मुहैया कराये थे हथियार


बता दें, हिंसा में इस्तेमाल हुई पिस्टल मुहैया कराने वाला गुलाम रसूल ऊर्फ गुल्ली ने पूछताछ में बताया  है कि उसने घटना वाले दिन कई नाबालिग बच्चों को हथियार दिए थे. वहीं, गोली चलाने वाले सोनू उर्फ चिकना उर्फ यूसुफ को गुल्ली ने दस हजार रुपए में पिस्तौल दी थी. 


पांच आरोपियों के खिलाफ एनएसए


गृहमंत्रालय की तरफ से दिल्ली हिंसा के पांच आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई का फैसला लिया गया है. इनमें  मुख्य आरोपी अंसार के अलावा आरोपी सलीम, इमाम शेख उर्फ सोनू, दिलशाद और आहिर का नाम शामिल है. इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को सख्त निर्देश जारी किए थे. उन्होंने कहा था कि जो भी इस हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, साथ ही ऐसी कड़ी कार्रवाई करें कि दोबारा कोई हिंसा करने की न सोचे. इसके अलावा अमित शाह ने जांच में तेजी की भी बात कही थी. 


राजनीतिक घमासान भी शुरू


दिल्ली हिंसा में एक तरफ जहां पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारियों में जुटी है, वहीं इस मामले को लेकर राजनीतिक दलों में घमासान भी छिड़ गया है. दिल्ली में बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी लगातार एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. पहले जहां बीजेपी की तरफ से मुख्य आोपी अंसार को आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता बताया गया, वहीं अब आम आदमी पार्टी की तरफ से भी आरोपी की बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीर शेयर की गई है. जिसके आधार पर AAP आरोप लगा रही है कि ये सब कुछ बीजेपी के इशारों पर हुआ है. वहीं कांग्रेस भी बीजेपी की केंद्र सरकार पर हमलावर है. इन हमलों का बचाव करने के लिए बीजेपी प्रवक्ता लगातार जवाब देने में जुटे हैं. बीजेपी की तरफ से कांग्रेस को उनके शासनकाल में हुए दंगों की याद दिलाई जा रही है. बीजेपी नेताओं ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर आम आदमी पार्टी के साथ आरोपी के रिश्तों की जांच की मांग भी की है. 


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