बंगाल के कोयला घोटाले में बड़ा खुलासा, 1300 में से ₹730 करोड़ अभिषेक बनर्जी के करीबी विनय-विकास के पास गए
अब तक की पूछताछ के दौरान विकास मिश्रा ने अधिकारियों को बताया है कि रिश्वत की रकम केवल नगदी के तौर पर ही नहीं बल्कि सोने सहित कुछ अन्य चीजों के तौर पर भी ली जाती थी.ईडी कस्टडी में मौजूद विकास मिश्रा धीरे-धीरे बोल रहा है और 730 करोड रुपए रिश्वत की रकम किन लोगों में बटी, इसके राज खोल रहा है.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के कोयला घोटाले में ईडी ने बड़ा खुलासा किया है. ईडी ने पहली बार आधिकारिक तौर पर कहा है कि इस घोटाले में उसे 1300 करोड़ रुपए की रिश्वत का पता चला है और इसमें से 730 करोड रुपए ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के करीब माने जाने वाली विनय मिश्रा और विकास मिश्रा के पास गए थे. अब विकास मिश्रा ईडी कस्टडी में धीरे-धीरे कई राज उगल रहा है, जिनके आधार पर बंगाल के कई प्रभावशाली लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.
देश छोड़कर फरार हो गया है विनय मिश्रा, लुक आउट सर्कुलर जारी
अभिषेक बनर्जी के बेहद करीबी माने जाने वाले टीएमसी युवा विंग के महासचिव विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा को ईडी ने मंगलवार को दिल्ली से गिरफ्तार किया था और उसे पूछताछ के लिए छह दिन की रिमांड पर लिया था. अब ईडी ने पहली बार आधिकारिक तौर पर खुलकर यह कहा है कोयला घोटाले में उसे अब तक की जांच के दौरान 1300 करोड़ रुपए की रिश्वत राशि का पता चला है. साथ ही ईडी ने आधिकारिक तौर पर यह भी कहा है की इसमें से 730 करोड़ रुपए की रिश्वत की रकम विनय मिश्रा और उसके भाई विकास मिश्रा ने प्रभावशाली लोगों के लिए ली थी. ध्यान रहे कि इस मामले में विनय मिश्रा देश छोड़कर फरार हो गया है और उसके खिलाफ सीबीआई ने लुक आउट सर्कुलर भी जारी करा दिया है और रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराए जाने की तैयारी की जा रही है.
अब ईडी के पास उसका भाई विकास मिश्रा गिरफ्त में आ गया है, लिहाजा उससे गहन पूछताछ जारी है. ईडी सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच से पता चला है कि विकास मिश्रा रिश्वत की रकम को इधर उधर ले जाने का काम भी करता था. उससे पूछा जा रहा है कि रिश्वत की रकम को ठिकाने कैसे लगाया जाता था? मतलब रकम किन लोगों तक पहुंचाई जाती थी और किन लोगों के जरिए रकम विदेशों तक जाती थी.
रिश्वत की रकम का कहां-कहां इस्तेमाल की गई?- ईडी
ईडी सूत्रों के मुताबिक, अब तक की पूछताछ के दौरान विकास मिश्रा ने अधिकारियों को बताया है कि रिश्वत की रकम केवल नगदी के तौर पर ही नहीं बल्कि सोने सहित कुछ अन्य चीजों के तौर पर भी ली जाती थी. ईडी जानना चाहता है कि जिन लोगों के जरिए रिश्वत की रकम ली जाती थी, प्रभावशाली लोग उन्हें किस तरह का फायदा पहुंचाते थे और रिश्वत की रकम का कहां-कहां इस्तेमाल किया गया.
मसलन रिश्वत की रकम से कहां-कहां जायदादें खरीदी गई और किन धंधों में यह पैसा लगाया गया और इसमें कितना पैसा विदेशों में गया. सूत्रों ने बताया कि विनय मिश्रा के बारे में पूछे जाने पर विकास मिश्रा ने केवल इतना बताया है कि विनय मिश्रा दुबई और बांग्लादेश आता जाता रहता है और उसके बारे में उसे ज्यादा पता नहीं है. साथ ही कस्टडी के दौरान विकास मिश्रा जिन प्रभावशाली लोगों की बाबत बता रहा है, उसके बारे में उससे सबूत भी मांगे जा रहे हैं. ईडी विकास मिश्रा के आरंभिक बयानों की गहराई से जांच कर रहा है.
730 करोड रुपए की रिश्वत की रकम का राज खुलेगा!
ईडी कस्टडी में मौजूद विकास मिश्रा धीरे-धीरे बोल रहा है और 730 करोड रुपए रिश्वत की रकम किन लोगों में बटी, इसके राज खोल रहा है. विकास मिश्रा के बयानों के आधार पर आने वाले दिनों में ईडी कुछ नेताओं नौकरशाहों और कुछ पश्चिम बंगाल के बिजनेसमैनों को पूछताछ के लिए बुला सकती है. साथ ही इस मामले में ईडी विकास मिश्रा को पूछताछ के लिए कोलकाता भी ले जा सकती है.
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