Mohali Blast Mastermind: इंडिया का मोस्ट वांटेड खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा को लेकर ख़ुफ़िया विभाग ने किया बड़ा खुलासा. खुफिया विभाग का कहना है कि हरविंदर सिंह रिंदा साल 2020 में पाकिस्तानी एजेंसी ISI की मदद से भारत छोड़कर चला गया था. तब से ही वो अपने स्लीपर सेल की मदद से पंजाब, हरियाणा, हैदराबाद और महाराष्ट्र में इक्स्प्लोसिव सप्लाई कर रहा है.
रिंदा अपनी पहचान छुपाने के लिए हमेशा अपना भेष बदलता है अबतक रिंदा की 6 अलग-अलग भेष की फ़ोटोग्राफ़ एजेंसियों के हाथ लगे हैं. एजेंसियों ने उसे A+ लेवल कैटेगरी का गैंगस्टर बताया है. हरविंदर सिंह रिंदा के ख़िलाफ़ अबतक 37 मामले दर्ज हैं जिसने से नांदेड़ में 14 मामले और पंजाब में 23 मामले दर्ज है. पुलिस ने अबतक उसके 15 साथीदारों को गिरफ़्तार किया है.
इसमें MCOCA के मामले, किड्नैपिंग और हत्या के मामले भी हैं रिंदा ने उसके केस से जुड़े महत्वपूर्ण गवाहों की भी हत्या की है. रिंदा क्राइम को अंजाम देने के लिए स्कोर्पियो, फ़ोर्टूनर, स्विफ़्ट जैसी गाड़ियों का इस्तेमाल करता है. रिंदा के लिए आतंकी गतिविधियों को भारत में अंजाम देने के लिए 27 गैंगस्टर उसके साथ काम कर रहे हैं जिसमें से एक का नाम गुरप्रीत है, जिसे करनाल पुलिस ने गिरफ़्तार किया था.
अब तक उसके 15 साथीदारों को किया गया गिरफ़्तार
इसके बाद 19 अगस्त 2016 में रिंदा ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर उसको मारने की सुपारी निकालने वाले रोशनसिंह माली के भाई बच्चूतर माली की हत्या कर दी. इस मामले में उसके ख़िलाफ़ नांदेड़ के विमानतल पुलिस स्टेशन में IPC की धारा 302 के तहत मामला दर्ज हुआ. इसके बाद भी रिंदा का खून करने का सिलसिला नही रुका जिस शख़्स ने उसके भाई सुरेंद्र सिंह को घर से बाहर बुलाया था उस शख़्स का नाम अवतार सिंह था और इसके बाद ही सुरेंद्र की हत्या हुई थी, ऐसे में रिंदा अवतार सिंह को कैसे छोड़ता.
21 अगस्त 2016 को अपने एक साथी की मदद से रिंदा ने अवतार सिंह की हत्या कर दी जिस मामले में वजीराबाद पुलिस ने IPC की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया. हरविंदर सिंह रिंदा के खिलाफ अबतक 37 मामले दर्ज हैं जिसमें से नांदेड़ में 14 मामले और पंजाब में 23 मामले दर्ज है. पुलिस ने अब तक उसके 15 साथीदारों को गिरफ़्तार किया है.
यह भी पढ़ें-
Jammu Kashmir: बडगाम में आतंकियों ने कश्मीरी पंडित को ऑफिस में घुसकर मारी गोली, इलाज के दौरान मौत