नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 13 सितंबर को बिहार में पेट्रोलियम क्षेत्र की 901 करोड़ रुपए की तीन प्रमुख परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. परियोजनाओं में पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन परियोजना का दुर्गापुर-बांका खंड तक विस्तार और दो एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र शामिल हैं.


इंडियनऑयल द्वारा निर्मित 193 किलोमीटर लंबी दुर्गापुर-बांका पाइपलाइन खंड, पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन विस्तार परियोजना का एक हिस्सा है. इसकी लंबाई 634 किलोमीटर है,  ये तीन राज्यों- पश्चिम बंगाल (60 किमी), झारखंड (98 किमी)  और बिहार से (35 किमी) गुजरती है. दुर्गापुर-बांका सेक्शन पाइप लाइन के लिए 13 नदियों, 5 राष्ट्रीय राजमार्ग, और 3 रेलवे क्रॉसिंग सहित कुल 154 क्रॉसिंग को पाटा गया है.


बांका, बिहार में एलपीजी बॉटलिंग प्लांट

बांका स्थित इंडियन ऑयल का एलपीजी बॉटलिंग प्लांट राज्य में एलपीजी की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए निर्मित किया गया है. यह बॉटलिंग प्लांट बिहार के भागलपुर, बांका, जमुई, अररिया, किशनगंज और कटिहार जिलों के साथ-साथ झारखंड के गोड्डा, देवघर, दुमका, साहिबगंज और पाकुड़ जिलों में सेवा करने के लिए लगभग 131.75 करोड़ रुपये के निवेश से बनाया गया है. 1800 एमटी की एलपीजी भंडारण क्षमता और प्रति दिन 40,000 सिलेंडर की बॉटलिंग क्षमता के साथ, यह संयंत्र बिहार राज्य में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा करेगा.


चंपारण (हरसिद्धि), बिहार में एलपीजी प्लांट

एचपीसीएल के 120 टीएमटीपीए एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का निर्माण पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि में 136.4 करोड़ रुपये में किया गया है. बॉटलिंग प्लांट पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, मुजफ्फरपुर, सिवान, गोपालगंज और सीतामढ़ी जिलों की एलपीजी आवश्यकता को पूरा करेगा.


इन तीनों परियोजनाओं से बिहार के लोगों को ना केवल लाभ मिलेगा बल्कि विकास की बयार और तेज़ होगी, रोजगार के भी अवसर पैदा होंगे.


यह भी पढ़ें:


संसद की रक्षा मामलों की समिति के समक्ष पेश हुए सीडीएस बिपिन रावत, बैठक में राहुल गांधी भी शामिल हुए