जैसे ही अमित शाह ने बोलना शुरू किया तो विपक्षी सांसदों ने कहा कि अमित शाह डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे हैं असदुद्दीन ओवैसी और और अमित शाह में डर फैलाने को लेकर लोकसभा में तकरार हो गई. ओवैसी ने कहा कि शाह विपक्ष को डरा रहे हैं. इस पर अमित शाह ने कहा कि आपके जेहन में डर बैठा है तो मैं क्या करूं.
क्या है पूरा मामला
लोकसभा में सोमवार को एनआईए संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह और एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के बीच नोकझोंक के दौरान ओवैसी ने ये भी कहा कि आप गृह मंत्री हैं तो डराइए मत, इस पर शाह ने कहा कि वह डरा नहीं रहे हैं, लेकिन अगर डर जेहन में है तो क्या किया जा सकता है.
'राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (संशोधन) विधेयक 2019' पर चर्चा में भाग लेते हुए बीजेपी के सत्यपाल सिंह ने कहा कि हैदराबाद के एक पुलिस प्रमुख को एक नेता ने एक आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने से रोका था और कहा कि वह कार्रवाई आगे बढ़ाते हैं तो उनके लिए मुश्किल हो जाएगी.
इस पर एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी अपने स्थान पर खड़े हो गए और कहा कि बीजेपी सदस्य जिस निजी वार्तालाप का उल्लेख कर रहे हैं और जिनकी बात कर रहे हैं वो यहां मौजूद नहीं हैं. क्या बीजेपी सदस्य इसके सबूत सदन के पटल पर रख सकते हैं? सदन में मौजूद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब द्रमुक सदस्य ए राजा बोल रहे थे तो ओवैसी ने क्यों नहीं टोका? वह बीजेपी के सदस्य को क्यों टोक रहे हैं? अलग अलग मापदंड नहीं होना चाहिए. इस पर ओवैसी ने कहा कि आप गृह मंत्री हैं तो मुझे डराइए मत, मैं डरने वाला नहीं हूं. शाह ने ओवैसी को जवाब देते हुए कहा कि किसी डराया नहीं जा रहा है लेकिन अगर डर जेहन में है तो क्या किया जा सकता है.
अमित शाह ने की डिवीजन ऑफ वोटिंग की मांग
इसके अलावा आज जब एनआईए संशोधन बिल पर सदन में वोटिंग हो रही थी तो लोकसभा में एक अजीब नजारा पेश हुआ. स्पीकर ने जैसे ही वॉइस वोटिंग के लिए आवाज लगाई तो गृह मंत्री अमित शाह ने डिवीज़न ऑफ वोट की मांग की. अमित शाह ने कहा कि देश को यह जानना चाहिए कि कौन आतंकवाद के साथ है और कौन आतंकवाद के खिलाफ है. फिलहाल लोकसभा में वोटिंग की प्रक्रिया जारी है.