नई दिल्ली: महाराष्ट्र में दाल घोटाला हुआ है. महाराष्ट्र सरकार ने तूर दाल के किसानों को फसल की सही कीमत देने के लिए योजना शुरू की है सीधे किसानों से तूर की दाल खरीदने की. सरकार किसानों से 5 हजार 50 रुपये प्रति किवंटल के कीमत पर किसानों से तूर दाल खरीदती है. योजना का फायदा लेने के लिए व्यापारी यानी बिचौलिये ही किसान बनकर सरकार को दाल बेच गए.


योजना का फायदा लेने के लिए व्यापारी यानी बिचौलिये ही किसान बनकर सरकार को दाल बेच गए. आज सरकार ने इन कथित किसानों से 50 लाख की तूर दाल खरीद ली वो उन्हें ढूंढ रही है लेकिन कोई किसान हो तब तो मिले न.


किसानों के नाम पर व्यापारियों ने दाल बेचकर सरकार को 400 करोड़ का चूना लगा दिया. किसानों के नाम पर व्यापारियों के हाथों ठगी गई सरकार के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी अब मान लिया है कि तूर दाल खरीद में घोटाला हो गया. सरकरा ने जांच के आदेश दिए हैं. सरकार नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. घोटालेबाज ढूंढे जा रहे हैं


यवतमाल के नेर गांव के कारण महाराष्ट्र में दाल घोटाला पकड़ में आया था. घोटाले की जांच भी हुई थी. जांच रिपोर्ट में कहा गया 20-03-2017 तक हुई खरीद में कई व्यापारियों ने सरकार को जो तूर दाल बेची है, उसमें और खेत में हुई तूर की फसल अंतर है। ये शक के घेरे में है। इन सब तूर बेचने वालों पर कार्रवाई करने की सुचना दी जाए.


अब तक की सरकारी जांच में ये सच सामने आया है कि नेर गांव के ही एक व्यापारी या किसान ने आधा एकड़ खेत में तूर की बुआई की लेकिन सरकार को 29 किवंटल दाल बेच डाली. दाल किसानों ने जमकर दाल की खेती की पर उनकी कमाई कारोबारियों की भेंट चढ़ गई। सरकार को अब चाहिये कि वो किसानों के घाटे की भरपाई करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे.


दाल पर बड़े खुलासे की पूरी रिपोर्ट