महाराष्ट्र में बड़े घोटाले का पर्दाफाश, सरकार पर तूर दाल खरीदने में गड़बड़ी का आरोप
मुंबई: एबीपी न्यूज़ ने महाराष्ट्र में एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया है. राज्य में बिचौलियों ने किसानों से अरहर दाल सस्ते में खरीद कर उसे सरकार को महंगे दामों पर बेचा और इस तरह से सरकार को 400 करोड़ रुपये का चूना लगाया. महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी घोटाले की बात मान ली है.
कैसे हुआ घोटाले का खुलासा?
महाराष्ट्र के जालना की दाल मंडी में करीब 950 क्विंटल तूर की दाल बोरियों में बंद थी. जालना से सवा किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के शहर बुलढाणा के नांदुरा में बिस्मिल्लाह नाम का एक शख्स बैटरी की दुकान चलाता है. बिस्मिल्लाह के पास न तो खेत है, न ही खेती की जमीन लेकिन उसने महाराष्ट्र सरकार को 57 किवंटल तूर की दाल बेच दी है.
किसानों के नाम पर व्यापारियों ने सरकार को बेची दाल
महाराष्ट्र सरकार ने सही कीमत पर सीधे किसानों से तूर की दाल खरीदने के लिए योजना शुरू की है. सरकार किसानों से पांच हजार 50 रुपये प्रति किवंटल के कीमत पर किसानों से तूर दाल खरीदती है. इस योजना का लाभ उठाने के लिए बिस्मिल्लाह ने 57 किवंटल दाल बेचकर 2 लाख 87 हजार 850 रुपये कमा लिए. दरअसल किसानों के नाम पर व्यापारियों ने दाल बेचकर सरकार को 400 करोड़ का चूना लगा दिया.
व्यापारियों ने मारा किसानों का हक
किसानों के नाम पर व्यापारियों के हाथों ठगी गई सरकार के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी अब मान लिया है कि तूर दाल खरीद में घोटाला हो गया. अब जांच हो रही है. सरकार नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. घोटालेबाज ढूंढे जा रहे हैं लेकिन इन सबसे क्या होगा. दाल की सरकारी खरीद से जो फायदा किसानों को मिलना चाहिए थे, वो मुनाफा किसानों को न मिलकर काले व्यापारियों की जेब में चला गया.