फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर बड़ा घोटाला! ED ने QFX/YFX और BotBro पर कसा शिकंजा, 170 करोड़ रुपये फ्रीज
Forex Trading: ED की जांच में सामने आया कि लोगों से कैश और बेनामी खातों में पैसे लिए जाते थे. निवेश पर रिटर्न नकद या TLC 2.0 Coin में दिया जाता था.

ED Action Against money Laundering: देशभर में फॉरेक्स ट्रेडिंग और मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) के नाम पर हजारों लोगों को ठगने वाले गिरोह के खिलाफ ED ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में QFX ट्रेड लिमिटेड, YFX (Yorker FX), BotBro, TLC Coin सहित कई कंपनियों के खिलाफ जांच चल रही है. इस घोटाले के मास्टरमाइंड नवाब अली उर्फ लैविश चौधरी और उनके साथियों पर इन्वेस्टर्स को गुमराह कर भारी रकम ठगने का आरोप है.
ED ने ये जांच हिमाचल प्रदेश पुलिस की ओर से दर्ज की गई कई एफआईआर के आधार पर शुरू की थी. QFX और YFX कंपनियों पर फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर गैर-कानूनी इन्वेस्टमेंट स्कीम चलाने का आरोप है, जिसमें मासिक 5 प्रतिशत से 15 प्रतिशत तक रिटर्न का लालच देकर लोगों को फंसाया गया.
हिमाचल पुलिस ने दर्ज किया केस तो बदल दिया कंपनी का नाम
जब हिमाचल पुलिस ने QFX कंपनी के खिलाफ केस दर्ज किया तो आरोपियों ने कंपनी का नाम बदलकर YFX (Yorker FX) कर दिया और फिर से वही धोखाधड़ी शुरू कर दी. इसके अलावा, BotBro, TLC Coin और अन्य योजनाओं के जरिए भी लाखों लोगों को ठगा गया.
ईडी ने जांच में क्या पाया?
ED की जांच में सामने आया कि लोगों से कैश और बेनामी खातों में पैसे लिए जाते थे. निवेश पर रिटर्न नकद या TLC 2.0 Coin में दिया जाता था, जो अभी बाजार में लॉन्च ही नहीं हुआ. ये पूरी स्कीम MLM स्कीम और पिरामिड मॉडल पर आधारित थी, जिसमें नए निवेशकों को जोड़ने पर पुराने इन्वेस्टर्स को पैसा मिलता था.
TLC 2.0 Coin को मार्च 2027 में लॉन्च करने का दावा किया जा रहा था, जिससे इन्वेस्टर्स को को लंबे समय तक फंसाया जा सके. इन्वेस्टर्स को विदेशी टूर और SUV गाड़ियां देने का लालच भी दिया जाता था.
ईडी ने फ्रीज किए 170 करोड़ रुपये
ED की चंडीगढ़ टीम ने 11 फरवरी 2025 को दिल्ली, नोएडा, रोहतक और उत्तर प्रदेश के शामली में छापेमारी की. इस दौरान ED ने 30 से ज्यादा बैंक खातों में जमा 170 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए गए. 90 लाख रुपये नकद बरामद किया गया. ED के मुताबिक कई शेल कंपनियों (NPay Box Pvt. Ltd, Capter Money Solutions Pvt. Ltd और Tiger Digital Services Pvt. Ltd) के जरिए ये पूरा गोरखधंधा चलाया जा रहा था.
ED की जांच में हवाला नेटवर्क का भी खुलासा हुआ. हवाला के जरिए यह पैसा विदेशों में भेजा जा रहा था. इस मामले में ED ने डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच जारी है. ED के मुताबिक लैविश चौधरी उर्फ नवाब अली मुजफ्फरनगर, यूपी का रहने वाला है, लेकिन फिलहाल यूएई (दुबई) में बैठकर ये पूरा नेटवर्क चला रहा था. उसने BotBro नामक नकली फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बनाया और AI रोबोट के जरिए ऑटोमेटिक ट्रेडिंग का झांसा देकर लोगों से मोटी रकम ऐंठी.
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