नई दिल्ली: अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर साधू-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने देश के आम मुसलमानों और प्रमुख मुस्लिम पक्षकारों का धन्यवाद दिया है. परिषद का कहना है कि मुसलमानों और प्रमुख मुस्लिम पक्षकारों ने रिव्यू पिटीशन दाखिल करने की बजाय सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान किया है.


अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि मुसलमानों की इस पहल से देश में आपसी सौहार्द, भाईचारा और बढ़ेगा. हालांकि उन्होंने एमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के रिव्यू पिटीशन वाले फैसले की निंदा की.


महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि ऐसा होने से मामला कुछ दिनों के लिए और खिंच सकता है. उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी को पाकिस्तान का एजेंट बताते हुए उनके संबंध पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से होने का सनसनीखेज आरोप लगाया. उनका कहना है कि अगर ओवैसी की कॉल डिटेल्स निकाली जाए तो यह साबित भी हो जाएगा.


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उन्होंने आरोप लगाया है कि ओवैसी ने इमरान खान के दबाव में आकर रिव्यू पिटीशन दाखिल करने की बात कही है, ताकि देश का माहौल अशांत हो जाए.  महंत नरेंद्र गिरि ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की है. उनका कहना है मंदिर आंदोलन में योगी और उनके गुरू का काफी योगदान रहा है, इसलिए ट्रस्ट की कमान उन्हें ही सौंपी जानी चाहिए. ट्रस्ट में जगह पाने के लिए कुछ संतों लामबंदी कर रहे हैं जो गलत है.


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