Parliamentary Panel: आज होगी टेक कंपनियों की संसदीय कमेटी के सामने पेशी, इस वजह से किया गया है तलब
Anti-Competitive Practices : इस बैठक का एजेंडा एंटी कॉम्पिटिटिव प्रैक्टिस (Anti Competitive Practice) को लेकर बड़ी आइटी कंपनियों (IT Companies) के प्रतिनिधियों से बात करना है.
Parliamentary Committee on Technology Firm: दुनिया की बड़ी आइटी कंपनियों के प्रतिनिधि मंगलवार यानी आज संसदीय कमेटी के सामने पेश होंगे. इनमें एप्पल, गूगल, नेटफ्लिक्स, अमेज़न इंडिया(Apple, Google, Netflix, Amazon India)शामिल हैं. पेशी के लिए इन इंटरनेशनल कंपनी के टॉप भारतीय अधिकारियों को आना है. समिति ने इन कंपनियों को प्रतिस्पर्धा-विरोधी प्रथाओं पर सवाल उठाने के लिए तलब किया है. इन कंपनियों के अलावा फ्लिपकार्ट, ओला और ओयो जैसी स्थानीय कंपनियों को भी समन जारी किया गया है.
दरअसल, डिजिटल इकोसिस्टम (Digital Ecosystem)पर बाजार में अपनी स्थिति का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है. इस दौरान कंपनियों को इस तरह की प्रैक्टिस पर रोक लगाने के लिए कहा जा सकता है. बताया जा रहा है कि इस पैनल की अध्यक्षता बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा कर रहे हैं.
कंपनियों से पहले भी हुई है बातचीत
यह पैनल पहले भी कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया(CCI) के प्रतिनिधियों और इन मामलों में शामिल भारतीय तकनीकी फर्मों के अधिकारियों से बात कर चुकी है. हालांकि, इस बार संसदीय पैनल बिग टेक फर्मों के प्रतिनिधियों को तलब कर अपनी पुरानी चर्चा को आगे बढ़ा सकती है.
क्या है इस बैठक का एजेंडा
बड़ी बात यह है कि यह बैठक ऐसे समय पर हो रही है जब डिजिटल और टेक्निकल फील्ड के बड़े खिलाड़ियों पर गलत तरीके से बाजार में खुद को आगे बढ़ाने के आरोप लग रहे हैं. वहीं, लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक बैठक का एजेंडा बड़ी टेक कंपनियों की तरफ से प्रतिस्पर्धा विरोधी यानी एंटी कॉम्पिटिटिव प्रैक्टिस को लेकर उनसे बात करना है. सरकार की ओर से इन बड़ी टेक कंपनियों को समन भेजा गया है और समन के जरिए ये मुद्दा उठाया जा सकता है कि कंपनियां इस दुरुपयोग पर रोक लगाएं.
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