नई दिल्ली: बिहार में विधानसभा चुनाव करवाने को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. केंद्रीय चुनाव आयोग ने कोरोना काल में चुनाव कैसे संपन्न कराया जाए इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी कड़ी में केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्य चुनाव आयोग से कहा है कि वह राज्य की पार्टियों के साथ बैठक करें और चर्चा करे. इसके साथ ही मतदान किस तरह से करवाया जा सकता है इसको लेकर भी केंद्रीय चुनाव आयोग ने निर्देश जारी किए हैं.


कोरोना काल में मतदान कैसे हो? EC ने जारी किए दिशा निर्देश
देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और ऐसे में सवाल यह खड़ा हो रहा था कि क्या बिहार चुनाव जो इस साल के आखिरी में होना है वह वक्त पर हो पाएगा या नहीं हो पाएगा? क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग, कंटेनमेंट जोन और होम क्वॉरेंटाइन और आइसोलेशन जैसे कई सारे मुद्दे हैं जिनको ध्यान में रखकर ही चुनाव करवाया जा सकता है.


इन सब पहलुओं को ध्यान रखते हुए चुनाव आयोग ने अब अपनी तरफ से तैयारियां शुरू कर दी हैं. केंद्रीय चुनाव आयोग ने यह निर्देश जारी कर दिया है कि किसी भी पोलिंग स्टेशन पर 1000 से ज्यादा मतदाता नहीं होंगे और जब मतदान होगा तो केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देश मसलन सोशल डिस्टेंसिंग सैनिटाइजेशन के साथ ही अन्य सावधानियों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा.


होम आइसोलेशन में रह रहे लोग कर सकेंगे पोस्टल बैलट का इस्तेमाल
इतना ही नहीं अब 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और जो होम आइसोलेशन या क्वॉरेंटाइन में है ऐसे लोगों के द्वारा मतदान किया जा सके इसके लिए पोस्टल बैलट का भी इस्तेमाल किया जा सकेगा. हालांकि अभी तक सिर्फ 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और चुनाव के दौरान जरूरी सेवा में लगे लोगों के लिए ही पोस्टल बैलट की सुविधा दी गई थी. लेकिन कोरोना काल में अब 65 साल से उम्र से ज़्यादा और होम क्वारंटाइन में रह रहे के लोगों को भी पोस्टल बैलट इस्तेमाल करने की सुविधा दी जाएगी .


राज्य चुनाव आयोग करेगा राजनीतिक पार्टियों के साथ चर्चा
केंद्रीय चुनाव आयोग ने बिहार के चुनाव आयुक्त से कहा कि वह राज्य की पार्टियों के साथ बैठक का चर्चा करें कि कोरोना के माहौल में चुनाव कैसे संपन्न कराया जा सकता है. इस बैठक के दौरान केंद्र चुनाव आयोग ने चुनाव को कैसे संपन्न कराना है उसको लेकर जो दिशा निर्देश जारी किए हैं उन पर भी चर्चा होगी.


नवंबर में खत्म हो रहा है बिहार विधानसभा का कार्यकाल
गौरतलब है बिहार की 243 सदस्य विधान सभा का कार्यकाल 29 नवंबर को पूरा हो रहा है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर के आखिरी हफ्तों में या नवंबर के शुरुआती हफ्तों में बिहार में चुनाव करवाए जा सकते हैं. लेकिन जिस तरह से देश इस वक्त कोरोना काल से गुजर रहा है इससे बिहार चुनावों को लेकर असमंजस की स्थिति बन गयी है.


इस सब के बीच चुनाव आयोग ने जिस तरह से तैयारियां करने शुरू की हैं उसे इस बात की ओर इशारा तो जरूर मिल रहा है कि चुनाव आयोग की कोशिश यह है कि चुनाव अपने तय वक्त पर हो सकें. लेकिन उस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का भी पूरी तरह से पालन हो. यानी कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके और लोकतंत्र के महापर्व में लोगों को शरीक होने में दिक्कत भी ना हो.