Bihar Elections 2025: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अब पूरा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 पर लगा रही है. बीजेपी लगातार एनडीए के सहयोगियों से समन्वय बढ़ाने में लगी हुई है. बिहार में एनडीए के घटक दलों ने स्पष्ट कर दिया है कि मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा. उन्होंने इस अटकल को खारिज कर दिया कि सत्तारूढ़ गठबंधन इस मामले पर पुनर्विचार कर सकता है.


यह चर्चा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हालिया इंटरव्यू के बाद शुरू हुई, जब उन्होंने 2025 के बिहार चुनावों के लिए एनडीए के नेतृत्व के बारे में कहा, “हम एक साथ बैठेंगे और फैसला करेंगे.” हालांकि, बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तुरंत सफाई देते हुए कहा, “अमित शाह यह रेखांकित करने की कोशिश कर रहे थे कि वह उस पार्टी के कार्यकर्ता हैं जिसमें बड़े फैसले संसदीय बोर्ड की ओर से लिए जाते हैं.”


बिहार में एनडीए के नेता होंगे नीतीश कुमार


इसके बाद जायसवाल ने कहा, "नीतीश कुमार 2025 के चुनावों में बिहार में एनडीए का नेतृत्व करना जारी रखेंगे. इसमें कोई दो राय नहीं है." इस बात को पुख्ता करने के लिए एनडीए ने नीतीश के नेतृत्व में पूरे राज्य में एक विस्तृत संयुक्त अभियान की घोषणा भी की. इस योजना के मुताबिक, नीतीश राज्य के हर जिले में एनडीए की संयुक्त बैठकों को संबोधित करेंगे, जिसकी शुरुआत 15 जनवरी को पश्चिमी चंपारण के बगहा में एक बैठक से होगी. इसके बाद वे पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर और मुजफ्फरपुर जाएंगे और 22 जनवरी को वैशाली में एक बैठक के साथ इस अभियान के पहले चरण का समापन करेंगे.


क्या महाराष्ट्र जैसा माहौल बिहार में भी बनेगा?


बीजेपी और जेडीयू के अलावा, बिहार एनडीए में जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) और चिराग पासवान की एलजेपी (आरवी) शामिल हैं. महाराष्ट्र में, महायुति ने तत्कालीन मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हाल ही में चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत के बाद बीजेपी और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान शुरू हो गई, आखिरकार सीएम पद बीजेपी ने अपने पास रखा और देवेंद्र फडणवीस सीएम बने.


बिहार की तरह ही महाराष्ट्र में भी बीजेपी सत्तारूढ़ गठबंधन की वरिष्ठ सहयोगी है. हालांकि, बिहार के एनडीए नेताओं का कहना है कि राज्य का मामला ‘अलग’ है. जेडीयू के एक नेता ने कहा, "बीजेपी जानती है कि नीतीश एनडीए के लिए अपरिहार्य हैं. चुनाव से पहले वह कोई दिखावा नहीं करेगी." इस बात को दोहराते हुए, स्टेट बीजेपी के नेता ने कहा कि जायसवाल को 24 घंटे के भीतर शाह की टिप्पणी (2025 के चुनावों के लिए एनडीए नेतृत्व पर) को “लगभग अस्वीकार” करना पड़ा. नेता ने कहा, “नीतीश कुछ समय तक राज्य की राजनीति पर हावी रहेंगे. बीजेपी केवल चुपचाप उनके सूर्यास्त का इंतजार कर सकती है.”


नीतीश के नेतृत्व को बड़ा बढ़ावा तब मिला जब एलजेपी (आरवी) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने भी विधानसभा चुनावों में गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए उनका समर्थन किया. उन्होंने कहा, "आगामी चुनावों में नीतीश हमारा नेतृत्व करेंगे, इस बारे में पूरी तरह से स्पष्टता है. जायसवाल ने पहले ही स्थिति स्पष्ट कर दी है." जबकि हम (एस) ने भी उनके विचार से सहमति जताई.


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