पटना : बिहार में राजनीति उथल-पुथल लगातार मची हुई है. बीजेपी नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी लगातार राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर हमले कर रहे हैं. इसके साथ ही हाल में लीक हुए कथित टेप (लालू और शहाबुद्दीन की बातचीत) ने भी सियासी घमासान मचाया हुआ है. इन सब के बीच बीजेपी नेता सुशील मोदी ने नीतीश कुमार को बड़ प्रस्ताव दे दिया है.


सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यह प्रस्ताव दिया गया है


चारा घोटाला मामलों में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद पर अलग-अलग मुकदमा चलाए जाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यह प्रस्ताव दिया गया है. सुशील मोदी ने कहा कि अगर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लालू प्रसाद का साथ छोड़ दें, तो बीजेपी, जनता दल (युनाइटेड) सरकार को समर्थन देने पर विचार करेगी.


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नीतीश कुमार वैसे लालू प्रसाद का साथ अभी नहीं छोड़ने वाले : सुशील


पूर्व उपमुख्यमंत्री मोदी ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, "नीतीश कुमार वैसे लालू प्रसाद का साथ अभी नहीं छोड़ने वाले हैं. परंतु भविष्य में अगर वह ऐसा करते हैं, तब बीजेपी, जद (यू) को समर्थन देने पर विचार करेगी." पिछले कई दिनों से लालू परिवार पर बेनामी संपत्ति रखने का आरोप लगाने वाले बीजेपी नेता ने संवाददाताओं से बात की.


नीतीश अभी किसी भी तरह सत्ता से हटना नहीं चाहते : सुशील


उन्होंने कहा कि "नीतीश अभी लालू का साथ चाहेंगे, क्योंकि नीतीश अभी किसी भी तरह सत्ता से हटना नहीं चाहते. लालू को अभी छोड़कर नीतीश कहीं नहीं जाएंगे." उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अब सुशासन से, राज्य में विधि-व्यवस्था से और विकास कार्यों से कोई मतलब नहीं है. वे अब केवल सत्ता में बने रहना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि लालू 'कमजोर' रहेंगे, वह सरकार में ज्यादा कुछ नहीं बोल पाएंगे.


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जद (यू) ने सुशील मोदी के बयान को गुमराह करने वाला बताया


दूसरी तरफ जद (यू) ने सुशील मोदी के बयान को गुमराह करने वाला बताया है. जद (यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार का जनादेश सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि इस निर्णय से महागठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी.