पटना: बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा को लेकर बोर्ड ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं. बोर्ड के नए निर्देश के मुताबिक इस साल मैट्रिक की परीक्षा दे रहे छात्रों को चप्पल में ही आना होगा. जूता-मोजा पहन कर जाने वाले छात्रों को परीक्षा केंद्र के अंदर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी. ऐसे में जूता-मोजा पहन कर आने वाले छात्रों को क्लास रूम के बाहर उतार कर खाली पांव अंदर जाने की इजाजत मिलेगी.


बिहार बोर्ड के 10वीं की परीक्षा 21 फरवरी से शुरू होने जा रही है. यह परीक्षा 28 फरवरी तक चलेगी. ऐसे में छात्रों को बोर्ड के जरिए जारी किए गए निर्देशों को ध्यान में रखना होगा, वरना परीक्षा केंद्र पर उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. 






बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि परीक्षा में नकल को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है. परीक्षा केंद्र पर प्रवेश के दौरान ही कैंडिडेट्स की पूरी जांच की जायेगी. परीक्षा हॉल में स्टूडेंट्स को अपने साथ सिर्फ एडमिट कार्ड और पेन ले जाने की अनुमति होगी.


उन्होंने कहा, ‘मैट्रिक परीक्षा के दौरान जूता-मोजा पहनने पर रोक लगा दिया गया है. छात्रों को चप्पल पहन कर आना है. इससे चेकिंग करने में सुविधा होगी’.