Bihar Buxar Lathi Charge: बिहार के बक्सर में आखिरकार किसानों का सब्र का बांध टूट गया और उनके धरने से उग्र प्रदर्शन का रूप ले लिया. थर्मल पावर प्लांट के मेन गेट पर किसान पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे थे, जिसके बाद अब पुलिस और किसानों के बीच जमकर झड़प की तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं. मामला मुआवजे का है, किसानों का कहना है कि उनके फसल लगे खेतों में पाइपलाइन बिछा दी गईं और उन्हें इसका कोई मुआवजा तक नहीं दिया गया. 


मुआवजे को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों का गुस्सा तब भड़क गया जब बक्सर पुलिस ने उन्हें उठाने के लिए लाठीचार्ज कर दिया. मामला सोमवार 9 जनवरी को तब शुरू हुआ जब किसानों को पुलिस ने उनकी जमीन से खदेड़ दिया और पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया गया. बक्सर के चौसा मौजा में इस कार्रवाई के बाद बवाल शुरू हो गया. किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें घर में घुसकर पीटा. अगले दिन आगजनी शुरू गई और हिंसा भड़क गई. 


किसानों ने पुलिस पर लगाए आरोप
पुलिस के लाठीचार्ज और जमकर हुई आगजनी के बाद किसान अब अपना दर्द बयां कर रहे हैं. बक्सर के किसानों का कहना है कि वो शांतिपूर्ण प्रदर्शन पिछले कई हफ्ते से कर रहे थे. जिसके बाद पुलिस ने बेवजह उन पर लाठियां बरसाना शुरू कर दिया. आधी रात को पुलिस गांव में घुसी और घरों से निकालकर पीटना शुरू कर दिया. 


न्यूज चैनल आज तक से बात करते हुए एक किसान ने बताया, "हम लोग घर पर थे हमारे नाती भी साथ में थे. करीब साढ़े 11 बजे पुलिस भारी संख्या में आई और गेट पीटने लगे, जिसके बाद घर की औरतें चीखने लगीं. हम इसके बाद दूसरे छत पर चढ़ गए और देखा कि पुलिस वाले हमारी छत में हैं. पुलिसवालों ने पूरे घर में तांडव मचाया और बच्चों को भी पीटा. जब हमारी बहू बीच-बचाव करने पहुंची तो उस पर भी डंडा मारा गया."


पुलिस ने क्या कहा
इस पूरे मामले को लेकर पुलिस का पक्ष भी सामने आया है. पुलिस का कहना है कि लोगों की भीड़ सड़कों पर उतरी और तोड़फोड़ शुरू हो गई. जिसके बाद बल प्रयोग किया गया. एसपी बक्सर ने बताया कि लोगों ने प्लांट में भी तोड़फोड़ की है और काफी उग्र हो गए थे. जल्दी हालात नियंत्रण में आ जाएंगे. पुलिस पूरे मामले को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है. 


ये भी पढ़ें - Exclusive: भारत-पाकिस्तान के रिश्ते पर हुई थी हाई लेवल मीटिंग, क्या कश्मीर का मुद्दा छोड़ना चाहती थी पाक सेना?