Bihar Caste Survey : बिहार में नीतीश कुमार की सरकार ने जातिगत सर्वे के आंकड़े जारी कर दिए हैं, जिसे लेकर देश भर में चर्चा छिड़ गई है. केंद्र के खिलाफ बने विपक्षी इंडिया गठबंधन के तमाम दलों ने इसी तरह का जातिगत सर्वे कराने की मांग की है. अब इस कड़ी में कांग्रेस भी जुड़ गई है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने मांग की है कि केंद्र सरकार पूरे देश में इसी तरह से जाति आधारित सर्वे करवाए. उन्होंने दावा किया है कि जिस तरह से नीतीश कुमार ने बिहार में जाति आधारित सर्वे करवाया है, ठीक उसी तरह का सर्वेक्षण कांग्रेस की सरकार ने कर्नाटक और अन्य राज्यों में पहले करवाए हैं.
कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने सोमवार (2 अक्टूबर) को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, "बिहार सरकार ने अभी राज्य में कराए गए जाति आधारित सर्वे के नतीजे जारी कर दिए हैं. इस पहल का स्वागत करते हुए और कांग्रेस सरकारों की ओर से कर्नाटक जैसे अन्य राज्यों में इसी तरह के पहले के सर्वेक्षणों को याद करते हुए, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अपनी मांग दोहराती है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द राष्ट्रीय जाति जनगणना कराए."
'मोदी सरकार ने नहीं जारी किए आंकड़े'
उन्होंने कहा, "UPA-2 सरकार ने वास्तव में इस जनगणना के कार्य को पूरा कर लिया था, लेकिन इसके नतीजे मोदी सरकार ने जारी नहीं किए. सामाजिक सशक्तिकरण कार्यक्रमों को मजबूती प्रदान करने और सामाजिक न्याय को आगे बढ़ाने के लिए ऐसी जनगणना आवश्यक हो गई है."
बिहार का जातिगत सर्वे जारी, 13 करोड़ आबादी
सोमवार को ही बिहार सरकार ने जातिगत सर्वे का आंकड़ा जारी किया है. इसके मुताबिक बिहार में पिछड़ा वर्ग 27.13 प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01 प्रतिशत, सामान्य वर्ग 15.52 प्रतिशत है. बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से अधिक है.
लालू बोले- '2024 में सरकार बनेगी तो पूरे देश में जातिगत जनगणना'
इस पर नीतीश सरकार में सहयोगी आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा, "बीजेपी की अनेकों साजिशों, कानूनी अड़चनों और तमाम षड्यंत्र के बावजूद आज बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वे को रिलीज किया. ये आंकड़े वंचितों, उपेक्षितों और गरीबों के समुचित विकास और तरक्की के लिए समग्र योजना बनाने एवं हाशिए के समूहों को आबादी के अनुपात में प्रतिनिधित्व देने में देश के लिए नज़ीर पेश करेंगे.''
उन्होंने कहा, "सरकार को अब सुनिश्चित करना चाहिए कि जिसकी जितनी संख्या, उसकी उतनी हिस्सेदारी हो.'' उन्होंने कहा है कि केंद्र में 2024 में जब हमारी सरकार बनेगी तब पूरे देश में जातिगत जनगणना करवायेंगे और दलित, मुस्लिम, पिछड़ा और अति पिछड़ा विरोधी भाजपा को सता से बेदखल करेंगे."
बीजेपी का जवाब
जातिगत सर्वे पर हो रही बयानबाजी को लेकर बीजेपी ने भी पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "जातिगत गणना हास्यस्पद है. इसे पेश करने से पहले लालू नीतीश ये बताते कि अब तक वो कितने गरीबों को रोजगार दे चुके हैं, नौकरी दे चुके हैं. ये धूल झोंकने क़े बराबर है. आंख मे धूल झोंकने वाली जाति गणना है. गरीबों को बरगला कर, समाज मे भ्रम फैलाकर इसे पेश किया है. आज लोग चांद पर जा रहा हैं और नीतीश लालू जाति गणना पेश कर रहे हैं. 33 साल की रिपोर्ट कौन देगा. लालू नीतीश दोनों मिलकर भ्रम फैला रहे हैं."