Bihar Caste Survey Report: गांधी जयंती के मौके पर सोमवार (2 अक्टूबर 2023) को बिहार सरकार ने जातिगत सर्वे के आंकड़े जारी किए. ये आंकड़े बिहार के मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने जारी किए. 


आंकड़ों के अनुसार बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ है. इसमें 81.99 प्रतिशत हिंदू और 17.70 फीसदी मुसलमान हैं, जबकि अन्य धर्म के लोगों की तादाद महज 0.31 पर्सेंट है. राज्य के मुसलमान मौटे तौर पर तीन वर्गों में बंटे हैं. इनमें अगड़ी जाति, पिछड़ी जाति और अत्यंत पिछड़े शामिल हैं.


बिहार में 4 प्रतिशत से ज्यादा अगड़ी जाति के मुस्लिम
राज्य में अगड़ी जाति के मुसलमानों को तीनों वर्गों- सैयद, शेख और पठान में बंटा गया है. अगड़ी जाति में सबसे बड़ी संख्या शेख मुसलमानों की है. इनकी तादाद 3.8217 प्रतिशत है. इसके बाद पठान 0.7548 फीसदी और फिर सैय्यद का नंबर आता है, जिनकी आबादी कुल 0.2279 प्रतिशत है.


कितनी है बैकवर्ड मुस्लिमों की आबादी?
वहीं, बैकवर्ड में मदरिया, नालबंद, सुरजापुरी, अंसारी और मलिक मुस्लिम शामिल हैं. बैकवर्ड मुसलमानों में सबसे अधिक आबादी मोमिन अंसारी की है. वहीं दूसरी बड़ी आबादी सुरजापुरी मुस्लिम की है. राज्य में अंसारी मुस्मलिमों की आबादी 3.545 प्रतिशत है और सुरजापुरी की तादाद 1.8713 प्रतिशत है. मलिक मुसलमानों की जनसंख्या 0.0854 की फीसदी, मदरिया 0.0663 और नालबंद की जन संख्या 0.0091 प्रतिशत है.


पिछड़ी जाति के मुसलमान सबसे ज्यादा
पिछड़ी जाति में आने वाले चिक मुस्लिमों की जनसंख्या राज्य में 0.0386 फीसदी, कसाई 0.1024 प्रतिशत, डफली 0.056 प्रतिशत, धुनिया 1.4291 फीसदी, नट 0.0471 पर्सेंट, पमरिया 0.0496 प्रतिशत, भटियारा 0.0209 प्रतिशत, भाट 0.0681 प्रतिशत और मेहतर 0.0535 प्रतिशत हैं.


इसके अलावा मिरियासीन की आबादी 0.0118 फीसदी, मदारी 0.0089 फीसदी, मिर्शिकार 0.051 प्रतिशत, फकीर 0.5073 प्रतिशत हैं, जबकि चूड़ीहार की जनसंख्या 0.159 पर्सेंट, राईन 1.3988 प्रतिशत, ठकुराई 0.1128 प्रतिशत,  शेरशाहबादी 0.9965 फीसदी, बखो 0.0282 प्रतिशत और दर्जी 0.2522 प्रतिशत हैं.

सिकलीगर मुस्लिमों की तादाद बिहार में 0.0145 फीसदी, रंगरेज 0.0332 फीसदी, मुकेरी 0.0432 फीसदी, गादेरी 0.0072 पर्सेंट, कुल्हैया 0.9591, जाट 0.0344, धोबी 0.3135 प्रतिशत, सेखदा 0.1904 प्रतिशत, गद्दी 0.0441, लालबेगी की आबादी 0.0021 और हलालखोर की जनसंख्या 0.0058 फीसदी है.


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