ख़ास बात यह है की मंत्रिमंडल में ज्यादातर जेडीयू के पुराने चेहरों को जगह मिलेगी कुछ नए चेहरे भी हो सकते हैं. और बीजेपी के पुराने और कद्दावर नेता नंदकिशोर यादव, प्रेम कुमार के मंत्रिमंडल में शामिल होने की प्रबल संभावना है.
कल विधानसभा में नीतीश की पार्टी जेडीयू, बीजेपी और एनडीए गठबंधन के बाकी घटक दलों के पक्ष में 131 मत पड़े थे और विपक्ष में 108 मत पड़े थे. नीतीश कुमार 26 जुलाई को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर 27 जुलाई को बीजेपी के समर्थन से दोबारा सरकार बनाई थी और बिहार में छठी बार सीएम पद की शपथ ली थी. नीतीश के साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
बता दें कि बिहार विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 243 है. इस हिसाब से बहुमत का जादुई आंकड़ा 122 होता है. नीतीश कुमार ने 131 विधायकों का समर्थन हासिल करके विश्वासमत जीत लिया. वहीं विपक्ष में आरजेडी और कांग्रेस के विधायकों समेत 108 मत पड़े थे.
मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले संभावित नाम (जेडीयू)
जय कुमार सिंह
बिजेंद्र यादव
संतोष निराला
कृष्णनंदन वर्मा
राजीव रंजन सिंह
शैलेश कुमार
महेश्वर हज़ारी
मदन सहनी
कपिलदेव कामत
श्रवण कुमार
खुर्शिद उर्फ फिरोज आलम
मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले संभावित नाम (बीजेपी)
नंदकिशोर यादव
प्रेम कुमार
मंगल पांडे
राणा रणधीर
सुरेश शर्मा
बिनोद कुशवाहा
बृजकिशोर बिंद
कृष्ण कुमार ऋषि
राम नारायण मंडल ,
विनोद नारायण झा
प्रमोद कुमार
विजय सिन्हा
HC में राज्यपाल के फैसले के खिलाफ सोमवार को होगी सुनवाई
पटना हाई कोर्ट ने बीजेपी के साथ मिलकर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की तरफ से नई सरकार के गठन को चुनौती देने वाली दो जनहित याचिकाओं को स्वीकार कर लिया है. कोर्ट इनपर सोमवार को सुनवाई करेगा. हाईकोर्ट में दो याचिकाएं दायर की गई हैं. पहली याचिका आरजेडी विधायकों सरोज यादव और चंदन वर्मा की ओर से जबकि दूसरी याचिका समाजवादी पार्टी के सदस्य जितेन्द्र कुमार की ओर से दायर की गई थी.
कल विधानसभा में नीतीश-तेजस्वी ने एकदूसरे पर लगाए थे आरोप
तेजस्वी ने नीतीश को ललकारा
कल विधानसभा में विपक्ष के नेता बनने के बाद पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को ललकारते हुए अंदाज़ में कहा था, “नीतीश कुमार में हिम्मत होती तो वो मुझे बर्खास्त करते. दरअसल, नीतीश मेरे आत्मविश्वास से डर गए हैं.”
नीतीश ने आरजेडी पर साधा निशाना
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बयान के बाद सीएम नीतीश कुमार ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर बड़ा हमला किया है. नीतीश ने विधानसभा में अपने भाषण में लालू को भ्रष्ट नेता के तौर पर पेश करते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि सांप्रदायिकता की आड़ में भ्रष्टाचार की छूट नहीं दी जा सकती. नीतीश ने कहा है, ‘’सत्ता जनता की सेवा के लिए होती है. भ्रष्टाचार के लिए नहीं होती.” उन्होंने कहा, ”मैं सबको आईना दिखाउंगा. अंदर भी और बाहर भी.”
फरवरी 2016 में सीएम बने थे नीतीश
बता दें कि बिहार में विधानसभा की 243 सीट हैं और सरकार बनाने के लिए 122 सीटों की जरुरत पड़ती है. लेकिन बिहार में चुनाव से पहले कांग्रेस जेडीयू और आरजेडी ने मिलकर महागठबंधन कर लिया था. चुनाव में आरजेडी को सबसे ज्यादा 80 सीटों, जेडीयू को 71 और कांग्रेस को 27 सीटों पर जीत मिली थी और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने थे.