नई दिल्ली: बिहार में उम्र छुपाकर परीक्षा देने के आरोप में आर्ट्स का टॉपर गिरफ्तार हो गया है. सवाल टॉपर की क्षमता को लेकर भी उठ रहे हैं लेकिन अभी गिरफ्तारी सिर्फ उम्र छिपाने के आरोप में हुई है. अब खुलासा हुआ है कि गणेश ने 1992 में भी कॉमर्स से बारहवीं की परीक्षा दी थी.


गणेश  1992 में सेकेंड डिविजन से पास हुआ था लेकिन इस साल उसने आर्ट्स से उम्र छिपाकर परीक्षा दी और वो टॉप कर गया. सिर्फ यही नहीं 1992 में उसने अपना नाम गणेश राम बताया था, जबकि 2017 में नाम गणेश कुमार बताया है. एबीपी न्यूज के पास 1992 और 2017 दोनों परीक्षा की मार्कशीट हैं.


गणेश कुमार की साल 1992 की मार्कशीट



गणेश कुमार की साल 1992 की मार्कशीट



कल गिरफ्तार हुआ था गणेश कुमार


बिहार बोर्ड के टॉपर गणेश को कल देर रात पुलिस ने गिरफ्तार किया था. आज पुलिस उसे कोर्ट में पेश करने वाली है. बारहवीं की आर्ट्स परीक्षा के टॉपर गणेश ने गिरफ्तारी के बाद मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया लेकिन गिरफ्तारी से पहले उसने बड़ी-बड़ी बात कही है. गणेश ने कहा, ‘’गरीब लोग जब पढ़ाई करते हैं तो वह ऐसे ही फंस जाते हैं, आगे ऐसा हुआ तो लोग माफिया और आतंकवादी बनेंगे.’’



कैसे हुआ खुलासा?


आपको बता दें कि बारहवीं की आर्ट्स परीक्षा का टॉपर गणेश एबीपी न्यूज के टेस्ट में फेल हो गया था. गणेश ने संगीत में 70 में से 65 अंक पाए हैं, लेकिन सच तो ये है कि उसे संगीत की सामान्य जानकारी भी नहीं है.


एबीपी न्यूज पर रिपोर्ट प्रसारित होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो खुलासा हुआ कि 42 साल के गणेश ने 12वीं कक्षा में एडमिशन के लिए अपनी उम्र गलत बताई थी. अब पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि टॉपर घोटाले के इस फर्जीवाडे में और कौन-कौन शामिल हैं.