नई दिल्ली: बिहार में चल रहे राजनीतिक घमासान पर जेडीयू की बैठक खत्म हो गई है. बैठक के बाद पार्टी ने सभी तरह के फैसले लेने का अधिकार नीतीश कुमार पर छोड़ा है. नीतीश कुमार पर तेजस्वी यादव के खिलाफ कार्रवाई का दबाव है. जानकारी के मुताबिक बैठक में तेजस्वी यादव को लेकर भी चर्चा हुई है.


चार दिन में तेजस्वी पर फैसला ले सकते हैं नीतीश कुमार
बैठक के बाद खबर है कि नीतीश कुमार लालू यादल के बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर कार्रवाई कर सकते हैं. जेडीयू के वरिष्ठ नेता रमई राम ने बैठक से बाहर आने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार तेजस्वी पर चार दिन में फैसला ले सकते हैं.


नीतीश कुमार को क्यों करनी पड़ी बैठक?
जेडीयू की ओर से कहा जा रहा था कि बैठक में पार्टी के संगठन पर चर्चा होगी. जाहिर है कि राज्य में पैदा हुई स्थिति के बाद महागठबंधन में असमंसज की स्थिति को साफ करने और तेजस्वी यादव पर बन रहे दबाव को लेकर बैठक बुलाई गई थी.


आरजेडी ने कहा तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे
सोमवार को आरजेडी ने साफ कर दिया कि होटल के बदले जमीन मामले में सीबीआई की प्राथमिकी में नाम होने पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे. बीजेपी और एनडीए में उसके अन्य सहयोगी दल होटल के बदले जमीन मामले में तेजस्वी का नाम आने पर उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.


सीबीआई छापों के बाद नीतीश-लालू के बीच फोन पर हुई थी बात
लालू यादव के यहां सीबीआई छापों के बाद नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं. नीतीश कुमार ने आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद से शनिवार रात बातचीत की. हालांकि यह पता नहीं चला पाया कि नीतीश और लालू के बीच फोन पर हुई बातचीत के दौरान होटल के बदले जमीन मामले में तेजस्वी का नाम आने के मद्देनजर पिछले शुक्रवार को सीबीआई के 12 ठिकानों पर छापे मामले में इन दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई.


बीजेपी का नीतीश कुमार को बड़ा ऑफर
बिहार में चल रही उठापठक के बीच बीजेपी ने नीतीश कुमार को बड़ा ऑफर दिया है. बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा है कि बीजेपी नीतीश को बाहर से समर्थन दे सकती है. इसका मतलब ये है कि बीजेपी ये चाहती है कि लालू के समर्थन की परवाह न करें नीतीश. नीतीश तेजस्वी को बर्खास्त करें इसके बाद अगर सरकार पर संकट आएगा तो बीजेपी बचा लेगी.