नई दिल्ली: बिहार में नई सरकार की गठन के लगभग तीन महीने बाद मंगलवार को मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया. मंत्रिमंडल विस्तार करने पर बिहार विधानसभा को 17 नए मंत्री मिल गए हैं. वहीं मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है.


बीते साल नवंबर में बिहार में हुए विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ मिलकर सत्ता संभाली थी. वहीं जिसके लंबे समय तकरीबन 3 महीने बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया. जिसमें 17 नए मंत्रि बनाए गए हैं. वहीं मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है.


बिहार में नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मंत्रियों में विभागों का बंटवारा भी हो गया है. बीजेपी की ओर से विधान परिषद के सदस्य शाहनवाज हुसैन को मंत्री बनाने के बाद उन्हें उद्योग विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. संजय झा को जल संसाधन और सूचना-जनसंपर्क तो वहीं सम्राट चौधरी को पंचायती राज की जिम्मेदारी सौंपी गई है.


बीजेपी-जेडीयू के ये 17 नेता बने मंत्री


बीजेपी की ओर से शाहनवाज हुसैन, सम्राट चौधरी, सुभाष सिंह, आलोक रंजन झा, प्रमोद कुमार, जनक राम, नारायण प्रसाद, नितिन नवीन, नीरज सिंह बबलू को मंत्री बनाया गया है. इधर, जेडीयू की ओर से पूर्व मंत्री श्रवण कुमार को एक बार फिर मंत्री बनाया गया है. इसके अलावा लेसी सिंह, संजय झा, मदन सहनी भी नीतीश के सहयोगी के तौर पर मंत्रिमंडल में शामिल हुए. निर्दलीय सुमित कुमार सिंह, जयंत राज और सुनील कुमार ने भी मंत्री पद की शपथ ली है.


इस मंत्रिमंडल विस्तार में एनडीए में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसान पार्टी से किसी को भी मंत्री नहीं बनाया गया है. नीतीश कुमार ने 14 मंत्रियों के साथ पिछले साल 16 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. बाद में मंत्री बने मेवालाल चौधरी को इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलबाजी चल रही थी. बीजेपी और जेडीयू में इसको लेकर खींचतान भी खूब चली.


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