लालू परिवार पर लगे घोटालों के आरोपों पर पहली बार बोले नीतीश कुमार, कानून का सहारा क्यों नहीं लेती BJP ?
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर लगे घोटालों के आरोपों पर पहली बार खुलकर बोले. नीतीश कुमार ने कहा कि अगर इन आरोपों मे दम है बीजेपी तो जांच क्यों नहीं कराती. तो वहीं इन आरोपों पर तेजस्वी यादव ने कहा कि जब कुछ गलत ही नहीं तो जांच क्या होगी ?
कानून का सहारा क्यों नहीं लेती BJP ?
लालू परिवार के घोटालों पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार पहली बार खुलकर बोले. आज नीतीश जब मीडिया के सामने आए तो उन्होंने लालू पर घोटाले को लेकर तरकश से कई तीर छोड़े. एक पल में वह लालू के परिवार का बचाव करते दिखे तो दूसरे ही पल में बीजेपी से जांच की मांग भी कर दी. नीतीश ने कहा कि अगर बीजेपी को लगता है कि लालू पर लगाए आरोप गंभीर और सच हैं तो वो कानून का सहारा क्यों नहीं लेती ?
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोपों पर उन्होंने कहा, "इस विषय में मुझे कुछ नहीं कहना. बीजेपी के सुशील मोदी जी आरोप लगाते हैं, दूसरी ओर से जवाब दिया जाता है. उन्हें नहीं लगता कि इस पर मेरी प्रतिक्रिया की जरूरत है."
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि यदि बेनामी संपत्ति के मामले में किसी के पास तथ्य है तो वह कानून का सहारा ले. बीजेपी को लगता है कि गलत है तो उसे आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने स्पष्ट किया कि कंपनी बिहार से संबंधित नहीं है और इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है.
जब कुछ गलत ही नहीं तो जांच क्या होगी: तेजस्वी
तो वहीं बीजेपी के लगाए आरोपों की जांच के सवाल पर तेजस्वी यादव मीडिया पर ही भड़क गए. तेजस्वी ने कहा कि सुशील मोदी के लगाए आरोप को मीडिया सच मान लेती हैं और आरजेडी के लगाए आरोपों को लेकर सुशील मोदी से सवाल भी नहीं पूछा जाता.
मोदी जी में क्षमता दिखी, इसलिए प्रधानमंत्री बने: नीतीश बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नरेंद्र मोदी में देश के लोगों को क्षमता दिखी, इसलिए आज वह देश के प्रधानमंत्री हैं. जिसकी क्षमता को लोग पहचानेंगे, वह देश का प्रधानमंत्री होगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि वह आगामी आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं.मैं प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं: नीतीश
नीतीश कुमार ने कहा, "मैं 2019 के लिए प्रधानमंत्री पद का दावेदार नहीं हूं. मेरी पार्टी छोटी है, जिसमें क्षमता होगी वह प्रधानमंत्री होगा. पांच साल पहले किसी ने सोचा था कि मोदी प्रधानमंत्री होंगे. लेकिन जनता को उनमें क्षमता दिखी और आज वह प्रधानमंत्री हैं, जिसमें क्षमता होगी वह 2019 में आगे आएगा."
नीतीश ने कहा, "मुझे मालूम है, मुझमें वैसी क्षमताएं नहीं हैं. मैं एक छोटी पार्टी का नेता हूं और मेरी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा नहीं है. मुझे बिहार के लोगों को सेवा करने के लिए जनादेश मिला है और मैं उसी में लगा हूं."
बैलेट पेपर के दिन लद गए और ईवीएम ठीक है: नीतीश कुमार
इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में आरजेडी और जेडीयू की अलग-अलग राय व्यक्त किए जाने के बाद महागठबंधन में दरार की बात पर आपत्ति जताते हुए नीतीश ने कहा कि आरजेडी और जेडीयू अलग-अलग दल हैं, और दोनों के अपने-अपने विचार हैं. उन्होंने कहा कि हम लोगों का मानना है कि बैलेट पेपर के दिन लद गए, और ईवीएम ठीक है.