Delhi Election Result: केजरीवाल के आगे NDA पस्त, चुनाव नतीजों पर नीतीश कुमार ने दे दिया ये बड़ा बयान
Delhi Election Result 2020: RSS के विचारक दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर जब नीतीश कुमार से दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर प्रश्न पूछे गए तो उन्होंने कहा कि जनता मालिक है.
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीज को लेकर कहा कि जनता मालिक है. नीतीश की पार्टी जेडीयू बीजेपी और एलजेपी के साथ मिलकर दिल्ली विधानसभा के चुनावी मैदान में उतरी थी. मंगलवार को आरएसएस के विचारक दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर जब पत्रकारों ने उनसे दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर प्रश्न पूछे तो उन्होंने कहा कि जनता मालिक है. इतना कहकर वह आगे बढ गए .
नीतीश जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उनकी पार्टी ने दिल्ली के दो विधानसभा क्षेत्रों- बुरारी और संगम विहार में अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे और इन दोनों सीटों पर उनकी पार्टी के प्रत्याशी बड़े अंतर से पीछे हैं. नीतीश कुमार ने दिल्ली में अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ रैलियां भी की. इस दौरान उन्होंने अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्होंने कुछ काम नहीं किया.
राष्ट्रीय राजधानी में जेडीयू कभी भी बड़ी खिलाड़ी नहीं रही लेकिन बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी को परास्त करने के लिए बिहार के अपने छोटे सहयोगियों का सहयोग लिया. दिल्ली में बीजेपी के साथ चुनावी गठजोड़ को लेकर पूर्व जेडीयू महासचिव पवन वर्मा ने सवाल उठाते और नाराजगी व्यक्त करते हुए नीतीश को पत्र लिखा था जिसके बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था .
ऐसा जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के साथ भी हुआ जिनकी संस्था केजरीवाल के चुनावी रणनीतिकार के रूप में काम रही थी. जेडीयू से निष्कासित किए जाने से नाराज प्रशांत ने दिल्ली चुनाव संपन्न होने के बाद पटना आकर अपनी आगे की रणनीति का खुलासा तथा नीतीश को 'बेनकाब' करने की धमकी दी है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव का परिणाम जेडीयू को इस मामले में राहत दे सकती है कि बीजेपी के इस घोषणा के बावजूद एनडीए इस साल के अंत में होने वाला बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश के नेतृत्व में लड़ेगा, प्रदेश के उसके कुछ नेता नीतीश की मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर स्वीकार्यता प्रश्न उठाते रहे हैं, अब उनकी बयानबाजी पर लगाम लग सकता है .
बिहार में बीजेपी ने जेडीयू और एलजेपी के साथ गठजोड़ कर पिछले साल संपन्न लोकसभा चुनाव लड़ा था और भारी जीत दर्ज की थी. वर्ष 2013 में बीजेपी के साथ संबंध तोड़ने के बाद नीतीश ने बिहार विधानसभा चुनाव 2015 महागठबंधन बनाकर आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ा था और उस समय "संघ-मुक्त भारत" बनाने की बात कही थी.
बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में महागठबंधन भारी बहुमत से बिहार में सत्ता आयी थी पर वर्ष 2017 में नीतीश ने आरजेडी और कांग्रेस से नाता तोड़कर बीजेपी के साथ मिलकर प्रदेश में एनडीए की सरकार बना ली थी.