Nitish Kumar: बिहार में कुढ़नी सीट का उपचुनाव हारने के बाद जेडीयू खेमा चिंतित दिखाई दे रहा है. उपचुनाव में हारने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी से रिश्ता तोड़ने के पीछे के कारणों का खुलासा किया. रविवार (11 दिसंबर) को पटना में हुए जेडीयू के पूर्ण अधिवेशन में नीतीश कुमार ने उन लोगों का नाम भी बताया जिनकी सलाह से बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया गया था. 


जेडीयू के पूर्ण अधिवेशन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए बीजेपी को ही दोषी ठहराया. उन्होंने बीजेपी पर जेडीयू को कमजोर करने की साजिश रचने का आरोप लगाया. अधिवेशन में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुलासा किया कि उन्होंने पार्टी नेताओं विजेंद्र यादव और ललन सिंह के सुझावों पर बीजेपी से नाता तोड़ने का फैसला लिया था.


ललन-बिजेंद्र की सलाह पर टूटा था गठबंधन


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, ''बीजेपी से नाता तोड़कर महागठबंधन में जाने का फैसला मैंने दो लोगों के सुझाव पर लिया था.'' मुख्यमंत्री ने कहा, "बिहार सरकार में मंत्री विजेंद्र यादव और ललन सिंह ने मुझे कहा कि बीजेपी से अलग हो जाइए. उसके बाद मैंने तय किया कि मुझे महागठबंधन के साथ जाना है." बीजेपी पर हमला करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, "जब जेडीयू-बीजेपी के साथ गठबंधन में था तो उन्होंने हमारी पार्टी को हराने की साजिश रची."


नीतीश ने बीजेपी पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया


नीतीश कुमार ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, "उन्होंने (बीजेपी) गठबंधन के बावजूद जेडीयू के खिलाफ काम किया. वे तोड़ने में माहिर हैं. अरुणाचल प्रदेश में हमारे विधायकों को तोड़ लिया. क्या कोई गठबंधन में इससे ज्यादा घिनौना काम कर सकता था." उन्होंने कहा, "एनडीए में रहते हुए जब चीजें गलत हुईं तो ललन सिंह और बिजेंद्र यादव ने मुझे गठबंधन तोड़ने का सुझाव दिया. हमने पूरे देश से अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से सुझाव लिए और उन्होंने सुझाव दिया कि मैं बीजेपी से गठबंधन तोड़कर सरकार बनाने के लिए सात दलों के गठबंधन के साथ जाऊं."


2024 के लिए थर्ड फ्रंट बनाने का संकेत


इस नीतीश कुमार ने कुढ़नी उपचुनाव में मिली हार को ज्यादा महत्व न देने की बात कही. उन्होंने कहा, "जहां हम चुनाव लड़े ही नहीं, वहां की चर्चा हो रही है. हम लोगों को इससे कोई मतलब नहीं है. जब हम एकजुट हो जाएंगे तो हमारी निश्चित तौर पर जीत होगी."


इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि 2024 के लिए थर्ड फ्रंट की तैयारी चल रही है. उन्होंने कहा, "जो बना था, वो थर्ड फ्रंट था, अब जो बनेगा, वही मेन फ्रंट होगा. बीजेपी का विरोध करने वाले दल अगर एक साथ आने पर सहमत हो जाएं तो वे 2024 के लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत सकते हैं." 


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